भारत-चीन में ये कैसी दरार, जब दम भर हो रहा कारोबार… ड्रैगन कितना कमा रहा, हम कितना गंवा रहे?
भारत-चीन में ये कैसी दरार, जब दम भर हो रहा कारोबार… ड्रैगन कितना कमा रहा, हम कितना गंवा रहे?

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भारत-चीन में ये कैसी दरार, जब दम भर हो रहा कारोबार… ड्रैगन कितना कमा रहा, हम कितना गंवा रहे?
भारत और चीन के बीच पिछले 29 महीनों से गतिरोध जारी है. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसा की घटना के बाद से संंबंध और बिगड़े हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर इसका कितना असर पड़ा? समय-समय पर भारत में चाइनीज सामानों को बैन करने की मांग उठती है,
बहिष्कार की अपील की जाती है. लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि भारत अभी भी चीन से अरबों डॉलर का आयात कर रहा है. ये आंकड़े ड्रैगन पर व्यापारिक चोट की भी जरूरत बता रहे हैं.
भारत और चीन के बीच पिछले 29 महीनों से गतिरोध जारी है. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसा की घटना के बाद से संंबंध और बिगड़े हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर इसका कितना असर पड़ा? समय-समय पर भारत में चाइनीज सामानों को बैन करने की मांग उठती है,
बहिष्कार की अपील की जाती है. लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि भारत अभी भी चीन से अरबों डॉलर का आयात कर रहा है. ये आंकड़े ड्रैगन पर व्यापारिक चोट की भी जरूरत बता रहे हैं.
भारत-चीन के बीच परस्पर व्यापार के आंकड़े देखें तो पिछले साल की 3 तिमाही की तुलना में इस साल की 3 तिमाही में 14.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
भारत-चीन के बीच परस्पर व्यापार के आंकड़े देखें तो पिछले साल की 3 तिमाही की तुलना में इस साल की 3 तिमाही में 14.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
ये आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल की तुलना में जनवरी से सितंबर के बीच चीन से आयात भी इस साल 31 फीसदी बढ़ा है.
ये आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल की तुलना में जनवरी से सितंबर के बीच चीन से आयात भी इस साल 31 फीसदी बढ़ा है.
अब सवाल है कि चीन ने हमसे कितनी खरीदारी की. आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल की तुलना में इसमें 36.4 फीसदी की कमी आई है.
अब सवाल है कि चीन ने हमसे कितनी खरीदारी की. आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल की तुलना में इसमें 36.4 फीसदी की कमी आई है.
क्या आप जानते हैं कि हम किस कदर चीन पर निर्भर हैं यानी हम चीन से क्या-क्या और कितना खरीदते हैं? इस सवाल का जवाब आपको इस ग्राफिक्स में दिखेगा.
क्या आप जानते हैं कि हम किस कदर चीन पर निर्भर हैं यानी हम चीन से क्या-क्या और कितना खरीदते हैं? इस सवाल का जवाब आपको इस ग्राफिक्स में दिखेगा.
इन आंकड़ों का लब्बोलुआब ये है कि भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंध में भले ही दरार है, लेकिन व्यापार में दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात का संतुलन गड़बड़ है. इस कारण भारत का व्यापार घाटा 75.69 अरब डॉलर पहुंच चुका है.
इन आंकड़ों का लब्बोलुआब ये है कि भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंध में भले ही दरार है, लेकिन व्यापार में दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात का संतुलन गड़बड़ है. इस कारण भारत का व्यापार घाटा 75.69 अरब डॉलर पहुंच चुका है.