पीडीपी ने पूछा- क्या कश्मीरियों का जीवन मायने रखता है?
पीडीपी ने पूछा- क्या कश्मीरियों का जीवन मायने रखता है?

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने रविवार को आरोप लगाया कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से कश्मीरी मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हो रही हैं जो चिंताजनक हैं। पार्टी ने अपने मासिक न्यूजलेटर ‘स्पीक-अप’ में कहा, ‘‘कुछ हफ्ते पहले, अखनूर के एक कॉलेज में बजरंग दल के ‘गुंडों’ ने छापा मारा था क्योंकि उन्हें परिसर में मुस्लिम छात्रों के नमाज अदा करने का पता चला था। उन्होंने छात्रों को धमकाया…।’’
इसे भी पढ़ें: नेहरू का भोलापन, माउंटबेटन की संदिग्ध भूमिका, क्या है 75 साल पुरानी कश्मीर की वो कहानी, जिसको लेकर आज तक है विवाद
महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में जो हो रहा है वही आखिरकार कश्मीर में हो रहा है और मुसलमानों के साथ वैसा ही व्यवहार किया जा रहा है जो भारत के अन्य स्थानों पर किया जा रहा है। पार्टी ने कहा, पिछले कुछ वर्षों की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, हम मदद नहीं कर सकते लेकिन पूछ सकते हैं – क्या कश्मीरियों का जीवन मायने रखता है? पीडीपी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के भारतीय जनता पार्टी के दावों के विपरीत लक्षित हत्याओं में वृद्धि ने शोपियां और घाटी के अन्य हिस्सों में कश्मीरी पंडित परिवारों को जम्मू जाने के लिए मजबूर कर दिया है।