अयोध्या के कण-कण में श्री राम का दर्शन समाहित है’, पीएम मोदी बोले- उनके आदर्शों पर चलना हमारा कर्तव्य
अयोध्या के कण-कण में श्री राम का दर्शन समाहित है', पीएम मोदी बोले- उनके आदर्शों पर चलना हमारा कर्तव्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या के दीपोत्सव में वह हिस्सा ले रहे हैं। इससे पहले अयोध्या पहुंचने के ठीक बाद उन्होंने रामलला के दर्शन किए। उसके बाद राम मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा भी की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या के कण-कण में भगवान राम है। उन्होंने कहा कि भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति से देश आगे जाएगा। राम जी की कृपा से दर्शन सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि श्री रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, ये सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। जब श्रीराम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श, मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं।
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मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति, देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा, वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल किले से मैंने सभी देशवासियों से पंच प्राणों को आत्मसात करने का आह्वान किया है। इन पंच प्रांणों की ऊर्जा जिस एक तत्व से जुड़ी है, वो है भारत के नागरिकों का कर्तव्य। आज अयोध्या नगरी में, दीपोत्सव के इस पावन अवसर पर हमें अपने इस संकल्प को दोहराना है।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीराम से सीखना है। भगवान राम, मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं। मर्यादा, मान रखना भी सिखाती है और मान देना भी, और मर्यादा, जिस बोध की आग्रह होती है, वो बोध कर्तव्य ही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राम किसी को पीछे नहीं छोड़ते। राम कर्तव्य-भावना से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए, राम, भारत की उस भावना के प्रतीक हैं, जो मानती है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्यों से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं। इस मौके पर उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन और उनकी प्रेरणा से अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम शुरु हुआ। यह प्रदेश का एक उत्सव देश का उत्सव बनता गया। आज ये अपनी सफलता की नई ऊंचाई को छू रहा है।