रेवड़ी कल्चर पर पीएम मोदी का फिर आया बड़ा बयान, बोले- देश में एक बड़ा वर्ग इससे मुक्ति दिलाने के लिए कमर कस रहा
रेवड़ी कल्चर पर पीएम मोदी का फिर आया बड़ा बयान, बोले- देश में एक बड़ा वर्ग इससे मुक्ति दिलाने के लिए कमर कस रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से रेवड़ी संस्कृति की आलोचना की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि देश में एक बड़ा वर्ग इस से मुक्ति दिलाने के लिए कमर कस रहा है। दरअसल, नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के 4.5 लाख से अधिक लाभार्थियों के लिए रिमोट का बटन दबाकर गृह प्रवेश योजना की शुरुआत की। इसी मौके पर उन्होंने संबोधित करते हुए रेवड़ी संस्कृति को लेकर जबरदस्त तरीके से तंज कसा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले की सरकार और हमारी सरकार में एक बहुत बड़ा फर्क है- पहले की सरकार गरीब को तरसाती थी, उसको सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगवाती थी। लेकिन आज हमारी सरकार गरीब के पास खुद पहुंच रही हैं, हर योजना का लाभ गरीब को मिले इसलिए अभियान चला रही है।
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मोदी ने आगे कहा कि एक समय था, जब धनतेरस पर सिर्फ वही लोग गाड़ी और घर जैसी बड़ी और महंगी संपत्ति खरीद पाते थे जिनके पास संसाधन और पैसे होते थे। लेकिन आज देश का गरीब भी धनतेरस पर गृह प्रवेश कर रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि पिछले 8 वर्षों में ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के माध्यम से 3.5 करोड़ परिवारों का सबसे बड़ा सपना पूरा कर पाई है। हमारी सरकार गरीबों को समर्पित हैं, इसलिए गरीब की इच्छा, उसके मन और जरूरतों को सबसे ज्यादा समझती है। मोदी ने कहा कि पहले अगर गरीबों के लिए घर घोषित होता भी था, तो उसे शौचालय अलग बनाना पड़ता था, बिजली, पानी और गैस कनेक्शन के लिए अलग-अलग सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन आज सरकार की अलग-अलग योजनाएं शौचालय, बिजली, पानी और गैस जैसी जरूरी चीजों के साथ ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ को संपूर्ण बनाती है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर गरीब को अपनी पक्की छत देने के लिए दिन-रात काम कर रही है। इसलिए, आज इतनी बड़ी संख्या में, ये घर बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब टैक्स-पेयर को लगता है की उसका पैसा सही जगह खर्च हो रहा है, तो टैक्स-पेयर भी खुश होता है, आज देश के करोड़ों टैक्स-पेयर को ये संतोष है कि कोरोना काल में, करोड़ों लोगों का पेट भरने में मदद करके, वो कितनी बड़ी सेवा का काम कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने के साथ ही इस बात का भी है कि गरीबों के, मध्यम वर्ग के पैसे बचें, आयुष्मान भारत योजना के तहत अभी तक करीब 4 करोड़ गरीब मरीज मुफ्त इलाज ले चुके हैं। इससे इन सभी परिवारों के हजारों करोड़ रुपये बचे हैं।