शिंदे खेमा का ‘तीर धनुष’ चुनाव चिह्न पर दावा, आयोग ने ठाकरे नीत गुट से जवाब मांगा
शिंदे खेमा का ‘तीर धनुष’ चुनाव चिह्न पर दावा, आयोग ने ठाकरे नीत गुट से जवाब मांगा

नयी दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत खेमे को राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर पार्टी के ‘तीर धनुष’ चिह्न पर प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे खेमे द्वारा किए गए दावे पर शनिवार तक जवाब देने को कहा है। ठाकरे खेमे को आयोग का निर्देश शुक्रवार को आया, जब शिंदे खेमा ने एक ज्ञापन सौंपकर अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के नजदीक होने के मद्देनजर ‘तीर धनुष’ चुनाव चिह्न आवंटित करने की मांग की। आयोग ने ठाकरे को लिखे एक पत्र में उनसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ आठ अक्टूबर को अपराह्न दो बजे तक जवाब देने को कहा है।
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उद्धव की शिवसेना ने शिंदे का उड़ाया मजाक
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित कार्यक्रम करार देते हुए शुक्रवार को यह कहकर मजाक उड़ाया कि शिंदे ने अपने भाषण के दौरान मोदी-शाह चालीसा पढ़ी। उद्धव नीत शिवसेना ने शिंदे के नेतृत्व वाले अलग हुए गुट को नकली शिवसेना भी करार दिया। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक संपादकीय लेख में पार्टी ने दावा किया कि शिंदे खेमा ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में आयोजित दशहरा रैली पर 50 करोड़ रुपये से 100 करोड़ रुपये खर्च किए होंगे।
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ठाकरे के बयान से नाराज फड़णवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पांच अक्टूबर को दशहरा रैली के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाबालिग पोते के बारे में दिए गए शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे के बयानों की शुक्रवार को निंदा की और उन्हें “निम्न स्तर” का करार दिया। ठाकरे ने अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री शिंदे पर हमलाबोलते हुए कहा था कि उनका पुत्र (लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे) बव्वा (बिगड़ैल बच्चा) है और पोते रुद्रांश की नजर नगरसेवक पद पर है।