आस्थाआस्था

सूर्य को अर्घ्य देते समय पानी में मिलाएं किचन का ये मसाला, बेटी की शादी में आ रही अड़चनें होंगी दूर

सूर्य को अर्घ्य देते समय पानी में मिलाएं किचन का ये मसाला, बेटी की शादी में आ रही अड़चनें होंगी दूर


: अगर आपकी बेटी के विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो आप सूर्य को अर्घ्य देते समय कुछ उपायों का पालन करना न भूलें।

अक्सर लोग सुबह पूजा पाठ के साथ सूर्य को अर्घ्य देते हैं। सूर्य को हिंदू धर्म में सबसे शक्तिशाली देवताओं में से एक माना जाता है। उन्हें शक्तियों वाला देवता माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को जल चढ़ाना बहुत ज्यादा फलदायी माना जाता है।

ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। हिंदू धर्म में सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। सूर्य को अर्घ्य देने से रोगों का नाश होता है और स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि होती है। यही नहीं, ऐसी मान्यता है कि यदि सूर्य को अर्घ्य देते समय जल में कुछ चीजें जैसे हल्दी, कुमकुम, अक्षत, तिल आदि मिला दिए जाते हैं तो विवाह में अड़चनों से लेकर नौकरी में समस्याओं तक से मुक्ति मिलती है।
खासतौर पर यदि आप बेटी की शादी को लेकर परेशान हैं तो किचन में इस्तेमाल होने वाली हल्दी को जल में मिलाकर अर्घ्य देना आपके लिए फलदायी होगा। आइए ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें जल्दी शादी के लिए सूर्य को जल चढ़ाने के नियमों के बारे में।

जल्दी विवाह के लिए जल में हल्दी डालकर सूर्य को अर्घ्य दें

हिंदू धर्म में हल्दी को बहुत ही शुभ माना जाता है। किसी भी शुभ काम में हल्दी का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। जब शादी की रस्मों की बात आती है तब भी हल्दी इस्तेमाल में आती है और शादी से पहले भी वर या वधू को हल्दी जरूर लगाई जाती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि विवाह में देरी हो रही हो या कुछ अड़चनें आ रही हों तो आपको नियमित रूप से सूर्य को जलचढ़ाते समय लोटे में चुटकी भर हल्दी मिलाने की सलाह दी जाती है।
यदि लड़की के विवाह में अड़चनें आ रही हैं और शादी की बात बनते-बनते बिगड़ जाती हैं, तो लड़की की मां को कम से काम 21 दिनों तक जल में हल्दी डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए।
रविवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देते समय पानी में हल्दी मिलाएं और हल्दी का टीका बेटी के माथे पर लगाते हुए शीघ्र विवाह के लिए सूर्य देव से प्रार्थना करें।
यदि बेटी की शादी बार-बार तय होकर भी टूट जाती है तो जल के लोटे में हल्दी के साथ अक्षत मिलाएं और अर्घ्य देने के साथ आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें। यह उपाय कम से कम 11 दिनों तक करें।
इसे जरूर पढ़ें: सूर्य को जल देते समय डालें ये चीजें, नौकरी में प्रमोशन के साथ बनेंगे विवाह के संयोग
सूर्य को नियमित अर्घ्य देने के फायदे

यदि आप सूर्य को नियमित रूप से अर्घ्य देती हैं तो आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।।
सूर्य की पहली किरणों का शरीर में बहुत अच्छा असर होता है और अर्घ्य देने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
उगते सूर्य को जल देने से मन मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और आंखों की रोशनी भी तेज होती है।
मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए सूर्य को अर्घ्य देना फलदायी माना जाता है।

सूर्य को अर्घ्य देने के नियम

हमेशा आपको उगते हुए सूर्य को ही अर्घ्य देना चाहिए। इसके लिए सुबह जल्दी उठें और नित्य क्रियाओं से मुक्त होकर सूर्य की पूजा करें।
सूर्य को अर्घ्य देते समय आपका तन, मन और वस्त्र पवित्र होने चाहिए।
सूर्य को देखते हुए हमेशा जल देना चाहिए और इसके लिए आप तांबे के लोटे का इस्तेमाल कर सकती हैं।
सूर्य को अर्घ्य देते समय हमेशा आपको सूर्य के मंत्रों का जापकरना चाहिए।
सूर्य को अर्घ्य देते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके आंखें बंद करके जाप करते हुए जल चढ़ाएं।
जल चढ़ाते समय आपको ध्यान रखना है कि जल पैरों में नहीं गिरना चाहिए।
जल चढ़ाते समय हमेशा पात्र को दोनों हाथों से पकड़ना चाहिए।
सूर्य को यदि आप नियमित रूप से अर्घ्य देती हैं और मन्त्रों का उच्चारण करती हैं तो आपके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!