भाजपा पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बड़ा आरोप, कहा- हरियाणा में चल रही है घोटालों की सरकार
भाजपा पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बड़ा आरोप, कहा- हरियाणा में चल रही है घोटालों की सरकार

जींद। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा में घोटालों की सरकार चल रही है। उन्होंने यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि खनन घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, भर्ती, पेपर लीक जैसे घोटाले रोज सामने आते रहते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सरकार सिर्फ एसआईटी का झुनझुना बजाने लगती है, जबकि उसकी रिपोर्ट कभी सामने नहीं आती। उन्होंने कहा, ‘‘छोटी मछलियों पर दिखावे की कार्रवाई हो जाती है लेकिन बड़े-बड़े मगरमच्छों को छोड़ दिया जाता है। स्पष्ट है कि सरकार घोटालेबाजों को संरक्षण दे रही है। बिना सरकारी संरक्षण के इतने घोटाले होना संभव ही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार स्कूलों को बंद करने की नीति पर आगे बढ़ा रही है, जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए थे।
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हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए पंचकूला में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फेशन टेक्नोलॉजी, कुरूक्षेत्र में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, करनाल में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, सोनीपत में महिला यूनिवर्सिटी, महिला मेडिकल कॉलेज, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी (जिसमें अशोका, डॉ. अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं), फरीदाबाद में मेडिकल कॉलेज और वाईएमसीए जैसे छोटे से संस्थान को यूनिवर्सिटी बनाया गया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार कोई बड़ा शिक्षण संस्थान बनाना तो दूर, स्कूलों तक को बंद कर रही है, ऐसे में देखा जाए तो शिक्षा के क्षेत्र में कार्यों को लेकर मौजूदा सरकार पिछली कांग्रेस सरकार के सामने दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती।
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आदमपुर उपचुनाव पर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि वह कांग्रेस का गढ़ रहा है और वहां से इस बार भी कांग्रेस की ही जीत होगी। एसवाईएल मुद्दे पर उन्होंने दोहराया कि पानी पर हरियाणा का पूर्ण अधिकार है। हुड्डा ने केंद्र सरकार द्वारा गैर-बासमती चावल के निर्यात पर 20 फीसदी शुल्क और टूटे चावल के निर्यात पर रोक लगाने के फैसले को किसान विरोधी बताया। उनका कहना है कि निर्यात पर भारी टैक्स लगाने से किसानों को नुकसान होगा, क्योंकि इससे किसानों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फसल की ऊंची कीमतों का लाभ नहीं मिल पाएगा। साथ ही हुड्डा ने प्रदेश सरकार से धान की खरीद 20 सितंबर से शुरू करने की मांग भी उठाई है। उनका कहना है कि हाईब्रिड बीज और अगेती खेती की धान मंडियों में आनी शुरू हो गई है