राजपथ का बदला गया नाम, नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन कर का मार्ग बना ‘कर्तव्य पथ’
राजपथ का बदला गया नाम, नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन कर का मार्ग बना 'कर्तव्य पथ'

केंद्र सरकार ने नई दिल्ली में ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया है। नेता जी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक के पथ का नाम राजपथ नहीं अब कर्तव्य पथ पर होगा। एनडीएमसी की बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया हैं। अब से राजपथ को कर्तव्य पथा कहा जाएगा।
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राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ करने के केंद्र सरकार के फैसले पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है। उनमें से कुछ ने इस कदम का स्वागत किया और इसे एक ‘सकारात्मक बदलाव’ करार दिया, कुछ अन्य ने इस विचार से असहमति जताई और कहा कि राजपथ और जनपथ को एक दूसरे को पार करने की अवधारणा अब पहले जैसी नहीं रहेगी। दिल्ली के रहने वाले समीर ने कहा ब्रिटिश काल से सभी प्रमुख स्थानों के नाम वही रहे। इसे पहले ही बदल दिया जाना चाहिए था। यह एक अच्छा कदम है और मैं इसे एक सकारात्मक बदलाव मानता हूं।
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ऐतिहासिक राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ करने के केंद्र सरकार के फैसले ने विपक्षी रैंकों की आलोचना की है। तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य दलों के कई सांसदों ने भाजपा और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की ह। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से पूछा क्या चल रहा है? क्या बीजेपी ने इतिहास को फिर से लिखने के लिए हमारी संस्कृति, हमारी विरासत को अपने महापाप पागलपन में फिर से करने के लिए इसे अपना एकमात्र कार्तव्य बना लिया है?
राजद के मनोज झा ने हिंदी में ट्वीट किया पहले रेसकोर्स रोड बन गया लोक कल्याण मार्ग, अब राजपथ बना कार्तव्य पथ। लेकिन आज की सबसे बड़ी चुनौती जैसे बेरोजगारी, महंगाई/बिगड़ती सामाजिक समरसता अगर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो सब कुछ स्वीकार्य है। जन-उन्मुख चिंताओं और क्षमता पर चुप्पी है केवल सड़कों के लिए। क्या होगा यदि आप नाम बदलना चाहते हैं?