कारम बांध में बड़ी लापरवाही आई सामने, पेटी कॉन्ट्रेक्ट पर तीसरी एजेंसी कर रही थी काम
कारम बांध में बड़ी लापरवाही आई सामने, पेटी कॉन्ट्रेक्ट पर तीसरी एजेंसी कर रही थी काम

मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध से शनिवार देररात पानी निकलना शुरू हो गया। इस बीच अब बांध के ठेके से लेकर निर्माण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जल संसाधान विभाग के मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि विशेषज्ञों की टीम बना दी है। इसमें किसी भी दोषी को नहीं बख्सा जाएगा।
मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध से शनिवार देररात पानी निकलना शुरू हो गया। इस बीच अब बांध के ठेके से लेकर निर्माण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जल संसाधान विभाग के मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि विशेषज्ञों की टीम बना दी है। इसमें किसी भी दोषी को नहीं बख्सा जाएगा।
धार के कारम बांध साइट पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बांध का ठेका एनएनएस कंपनी को दिया गया था। जिसने सारथी कंस्ट्रक्टशन कंपनी को काम सौंप दिया। इस कंपनी ने पेटी कांन्ट्रेक्ट पर तीसरी एजेंसी को काम सौंप दिया गया। जल संसाधन विभाग के ईएनसी एमएस डाबर ने कहा कि बांध के निर्माण की मॉनीटरिंग की जा रही थी। हम अनुबंध के अनुसार एजेंसी पर कार्रवाई करेंगे। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे है कि फिर बांध निर्माण के स्पेशिफिकेशन की गड़बड़ी कैसे हो गई। वहीं, इस मामले में जल संसाधन विभाग के मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि बाध से कट लगाकर पानी निकाला जा रहा है। अभी खतरा टल गया है। बांध के पानी को खतरे के स्तर से नीचे लाने के बाद जल्द ही गांव के लोगों को वापस उनके घरों में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बांध निर्माण में गड़बड़ी की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बना दी गई है। जिसके अनुशंसा के अनुसार किसी भी दोषी को बख्सा नहीं जाएगा।
नर्मदा नदी में मिलेगा पानी
कारम बांध में शनिवार रात 11 बजे बांध से चैनल में पानी आ गया था। इसके अंतिम छोर का काम बाकी थी। प्रशासन ने कुछ देर के लिए काम बंद कर दिया। इसके बाद रात करीब 12.30 बजे चैनल का अंतिम छोर को खोल दिया गया, जिससे बांध का पानी नदी से बहने लगा। अभी बांध से पानी निकालने के रास्ते को चौड़ा किया जा रहा है। जिससे जल्द से जल्द बांध के खतरे के स्तर के पानी को नदी में बहा दिया जाए। यह पानी खलघाट होते हुए नर्मदा नदी में मिल जाएगा।
18 गांव को खाली करवाया
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने पहले ही बांध के निचले हिस्से में आने वाले 18 गांव को खाली करवा लिया था। देररात चैनल में डैम का पानी आने पर एबी रोड को बंद कर दिया गया था, लेकिन बाद में उसे दोबारा शुरू करा दिया गया। बांध से कारम नदी की क्षमता के अनुसार ही पानी छोड़ा जा रहा है। ताकि निचले हिस्से में बसें गांव में पानी ना घुसे।
सीएम लगातार करते रहे मॉनीटरिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को लगातार वल्लभ भवन के कंट्रोल रूम से मॉनीटरिंग करते रहे। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान के तहत अपने गृह ग्राम जैत के कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया। सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जानकारी दी।
सेना और एनडीआरएफ की टीम तैनात
गुरुवार को बांध में लीकेज के बाद से ही जिला प्रशासन और सरकार के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बांध के टूटने की आशंका के चलते गांव को खाली कराने के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम आ गई थी। सेना के भी पांच कॉलम बांध पर पहुंची। इसमें एक कॉलम इंजीनियरिंग कॉलम था। दो हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय में रख गए हैं।
गुरुवार को लीकेज की जानकारी सामने आई
बता दें गुरुवार को धार में कारम नदी पर बने बांध में पानी लीकेज होने लगा था। बांधी की दीवार की मिट्टी धंसने लगी थी। इसके बाद बांध के टूटने की आशंका के चलते प्रशासन की नींद उड़ गई। सरकार के दो मंत्री मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने निचले हिस्से में बंसे गांव को मुनादी कराकर खाली करवाया। बीच बीच में एबी रोड को भी बंद कराया गया। हालांकि अब अधिकारियों का कहना है कि बांध का पानी निकलना शुरू हो गया है। कुछ घंटों में खतरे के स्तर कम होने के बाद खतरा टल जाएगा। बता दें निर्माणाधीन बांध को जल्दबाजी में बनाने में स्पेशिफिकेशन का ख्याल ही नहीं रखा गया। यहीं कारण है कि बांध में लीकेज आया।