Evening News Brief: यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार, राजनीतिक संकट के बीच बोले शिंदे- सत्ता के लिए धोखा नहीं देते
Evening News Brief: यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार, राजनीतिक संकट के बीच बोले शिंदे- सत्ता के लिए धोखा नहीं देते

Evening News Brief: यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार, राजनीतिक संकट के बीच बोले शिंदे- सत्ता के लिए धोखा नहीं देते
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने बैठक के बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति जतायी है। इसके अलावा महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह कभी भी “सत्ता के लिए धोखा नहीं” देंगे और बाल ठाकरे से मिली सीखों को नहीं छोड़ेंगे।
चंद्रशेखर सरकार में वित्त मंत्री, अटल सरकार में विदेश मंत्री, IAS की नौकरी छोड़ ज्वॉइन की राजनीति, आखिर यशवंत सिन्हा पर ही विपक्ष ने क्यों लगाया दांव?
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने बैठक के बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति जतायी है। उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक के लिए संसद भवन में एकत्र हुए विपक्षी नेताओं ने यशवन्त सिन्हा के नाम पर सहमति जताई। यशवन्त सिन्हा का नाम शरद पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने के बाद सामने आया। उधर, राष्ट्रपति चुनाव के सिलसिले में भाजपा संसदीय बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन नायडू को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के बारे में विचार कर रहा है?
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच बोले एकनाथ शिंदे, सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह कभी भी “सत्ता के लिए धोखा नहीं” देंगे और बाल ठाकरे से मिली सीखों को नहीं छोड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी के कुछ विधायकों के साथ सूरत में हैं, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। एकनाथ शिंदे ने मराठी में ट्वीट किया, “हम बालासाहेब के कट्टर शिवसैनिक हैं, जिन्होंने हमें हिंदुत्व का पाठ पढ़ाया। हम कभी भी सत्ता के लिए धोखा नहीं देंगे और सत्ता के लिए बालासाहेब एवं आनंद दीघे से मिली सीखों को कभी नहीं छोड़ेंगे।” इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के समूह नेता पद से एकनाथ शिंदे को हटा दिया गया है। उधर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को गिराने की तीसरी बार कोशिश की गई है, लेकिन उन्होंने भरोसा जताया है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हालात संभाल लेंगे।
ईडी की कार्रवाई में कुछ भी संवैधानिक और कानूनी नहीं, सिर्फ नीचा दिखाने का प्रयास है, कांग्रेस का भाजपा पर आरोप
कांग्रेस ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित धन शोधन मामले में अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ और सेना में भर्ती की नयी ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में ‘सत्याग्रह मार्च’ निकाला, जिसके बाद पार्टी के कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राहुल से ईडी की पूछताछ को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूछताछ सिर्फ उसके पूर्व अध्यक्ष को नीचा दिखाने के लिए की जा रही है। कांग्रेस ने दावा किया कि इस पूरी प्रक्रिया में कुछ भी संवैधानिक और कानूनी नहीं है। मार्च से पहले कांग्रेस मुख्यालय के परिसर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता, सांसद एवं कार्यकर्ता एकत्रित हुए।