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विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को अपने हस्तनिर्मित उत्पाद उपहार स्वरूप दिये जाने से प्रसन्न हैं देशभर के कारीगर

विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को अपने हस्तनिर्मित उत्पाद उपहार स्वरूप दिये जाने से प्रसन्न हैं देशभर के कारीगर

हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान आये दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्षों और अन्य नेताओं को हस्तनिर्मित कलाकृतियों और उत्पादों के विशेष रूप से तैयार संग्रह उपहार में दिये गये। यह उपहार भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाते हैं। हम आपको बता दें कि यह उपहार देश के कुशल कारीगरों द्वारा बहुत सावधानीपूर्वक हाथ से तैयार किए गए थे। उपहार में दी गई वस्तुओं में कश्मीर के केसर, पेको दार्जिलिंग और नीलगिरि चाय, अराकू कॉफी, कश्मीरी पश्मीना शॉल, सुंदरबन मल्टीफ्लोरा मैंग्रोव शहद और उत्तर प्रदेश के कन्नौज के जिघराना इत्र शामिल हैं। विदेशी मेहमानों को उपहार में दिए गए कुछ उत्पाद सदियों पुरानी परंपरा के हैं और अपनी अद्वितीय कारीगरी और गुणवत्ता के लिए दुनिया भर में पसंद किए जाते हैं। इनमें खासतौर पर कश्मीरी पश्मीना और पेपर माचे पेंटिंग शामिल हैं। कश्मीरी कारीगरों ने कहा कि हम बेहद प्रसन्न हैं कि सरकार ने हमें अपने उत्पादों को विदेशी राष्ट्राध्यक्षों तक पहुँचाने का अवसर दिया।

यही नहीं, भारत मंडपम के पास लगाये गये शिल्प बाजार में भी दक्षिण भारत की साड़ियों से लेकर पूर्वोत्तर की हस्तनिर्मित वस्तुओं तक- भारत के समृद्ध और विविध सांस्कृतिक उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था। सम्मेलन स्थल ‘भारत मंडपम’ के परिसर में स्थापित ‘शिल्प बाजार’ में ताज महल और जनजातीय कलाओं की एक संगमरमर की प्रतिकृति भी प्रदर्शित की गयी थी। प्रतिनिधियों और अन्य आगंतुकों को ‘एक जिला, एक उत्पाद’ और जीआई-टैग वाली वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरे भारत के हस्तशिल्प उत्पाद दिखाए गये। प्रदर्शनी में जी20 लोगो और थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम- वन अर्थ’, वन फैमिली, ‘वन फ्यूचर’ लगा असम का ‘गमोसस’ प्रदर्शित किया गया था। अन्य राज्यों के उत्पादों के अलावा तमिलनाडु की रेशमी साड़ियां और बिहार की मधुबनी कला-मुद्रित कपड़े भी प्रदर्शन के लिए रखे गए थे।

हम आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी स्थित प्रगति मैदान के नवनिर्मित भारत मंडपम में नौ से दस सितंबर तक जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ था। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित विश्व के कई अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया था। अधिकारियों ने कहा कि भारत सरकार ने विभिन्न देशों से आए नेताओं को हस्तनिर्मित कलाकृतियों और उत्पादों के विशेष रूप से तैयार संग्रह उपहार में दिये, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में बताता है।

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