Budhwar Vrat Puja Vidhi: कब से शुरू करना चाहिए बुधवार का व्रत, जानिए व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं
Budhwar Vrat Puja Vidhi: कब से शुरू करना चाहिए बुधवार का व्रत, जानिए व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं

हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश के अलावा बुध देव की पूजा की जाती है। बुधवार के दिन बुध देव की पूजा करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है। बुधवार को पूजा आदि के अलावा व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यह जानना भी काफी जरूरी होता है। ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बुधवार व्रत की पूजा विधि और इस व्रत से जुड़ी तमाम बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।
कब से रखें बुधवार का व्रत
किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के बुधवार से आप व्रत की शुरूआत कर सकते हैं।
बुधवार व्रत का संकल्प लेने के बाद कम से कम 21 या 45 बुधवार का व्रत करना चाहिए।
बुधवार व्रत पूजा विधि
बुधवार के दिन सुबह सूर्योदय से पहले स्नान आदि कर साफ वस्त्र पहन लें। फिर ईशान कोण दिशा में मुख कर आसन पर बैठ जाएं। इसके बाद भगवान श्री गणेश और बुध देव का ध्यान करें और भगवान गणेश को दुर्वा अर्पित करें। फिर उन पर पीले पुष्प अर्पित करें। वहीं बुध देव को हरे रंग के वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद गणेश और बुध देव के मंत्रों का जाप करें। बता दें कि बुधवार को भगवान श्री गणेश को हलवे का भोग लगाएं। विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के बाद गणेश भगवान और बुध देव की आरती करें और प्रसाद वितरित करें। शाम के समय फलाहर करें।
व्रत में क्या खाएं
बुधवार के दिन व्रत करने के दौरान एक समय ही खाना ग्रहण करना चाहिए।
इस दौरान आप हरी मूंग की दाल का हलवा खा सकते हैं।
इसके अलावा आप हरी वस्तु से बनी चीजें खा सकते हैं।
व्रत में क्या न खाएं
बुधवार के व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा पान आदि खाने से बचना चाहिए।
ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि बुधवार को व्रत के दौरान भगवान श्री गणेश को पान अर्पित किया जाता है।