*मोबाइल का मैसेज पढ़ना भी यदि हो रहा है मुश्किल, अपने खाने की दिनचर्या में शामिल करें यह आहार, मिल सकता है अच्छा फायदा*
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आजकल आंखों से संबंधित बीमारी चाहे आंखों से कम दिखना हो, मोतियाबिंद हो ,आंखों से पानी आना हो, आंखों में खुजली होना हो आदि सामने आ रही है। इन बीमारियों के कारण की बात करें तो कई बार खराब डाइट, अत्यधिक मोबाइल चलाना या कंप्यूटर पर काफी समय तक काम करते रहना शामिल है। और देखा जा रहा है कि हर 10 व्यक्तियों में से दो व्यक्ति आंखों से संबंधित बीमारी के शिकार हो रहे हैं। पहले यह समस्या बढ़ती उम्र के साथ सामने आई थी लेकिन आजकल छोटे-छोटे बच्चों में भी नजर आ रही है स्कूल जाने वाले 4 से 5 साल उम्र के बच्चों में भी आंखों से कम दिखाई देना आम समस्या हो गया है। गौर करने वाली बात यह है कि अब कमी किस चीज में है हमारी डाइट में या बदलते वातावरण में । तो बात करते हैं खराब डाइट की
खराब डाइट का असर जिस तरह आपकी बॉडी को बीमार बनाता है उसी तरह ये डाइट आपकी आंखों की रोशनी को भी प्रभावित करती है। उम्र के साथ-साथ आंखों से धुंधला दिखाई देना नॉर्मल बात है, लेकिन आज कल कम उम्र में ही लोगों की निगाह कमजोर हो रही है और आंखों से धुंधला दिखाई दे रहा है। आंखों के कमजोर होने और धुंधला दिखाई देने के लिए कई कारण हो सकते हैं जैसे बॉडी में पोषक तत्वों की कमी होना, कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट होना,आंखों की सर्जरी होना या फिर आंखों में चोट लगना, आंखों में सूजन होना, हाई ब्लड प्रेशर, कुछ खास तरह के आई ड्रॉप का ज्यादा इस्तेमाल करने से,ऑप्टिक नर्व में ब्लड सर्कुलेशन कम होने और मायोपिया की वजह से आंखों से कम दिखाई दे सकता है।
अगर आप भी लगातार आंखों की समस्याओं से जूझ रहे हैं। आपकी आंखें दिन-प्रतिदिन कमजोर हो रही है और आंखों से धुंधला दिखाई दे रहा है तो आप नेचुरल तरीके से अपनी आंखों की सेहत का ध्यान रखें। हेल्थलाइन के मुताबिक आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आप स्क्रीन टाइम को घटाएं, आंखों पर चश्मा लगाएं और डाइट में जरूरी विटामिन और मिनरल्स को शामिल करें।
आवश्यक विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सुपरफूड आंखों की रोशनी को बढ़ाने का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। कुछ हेल्दी और नेचुरल फूड बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करेंगे, साथ ही आपकी आंखों की रोशनी भी बढ़ाएंगे। आइए जानते हैं कि नेचुरल तरीके से आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाएं।
गाजर का करें सेवन
बदलते मौसम में अब गाजर आसानी से मिलने लगी है। रोजाना सीजनल गाजर का सेवन करके आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। बीटा-कैरोटीन से भरपूर गाजर रेटिना के स्वास्थ्य को बनाए रखने और रतौंधी को रोकने में मदद करती है। अगर आपको धुंधला दिखाई देता है तो आप रोजाना गाजर का सेवन करें। डाइट में गाजर का सेवन अधिक करने से आंखों के रोगों का खतरा टल जाता है। डाइट में गाजर को शामिल करने से मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद का खतरा कम होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। आप डाइट में पालक, केल और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। गाजर शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जैसे ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन से भरपूर होती हैं जो आंखों को हानिकारक रोशनी से बचाती हैं। ये पोषक तत्व आंखों के रेटिना की हिफाजत करते हैं और उम्र से संबंधित आंखों की बीमारियों से बचाव करते हैं।
अंडा खाएं आंखों की रोशनी बढ़ेगी
अंडे एक बहुमुखी और पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड हैं जो आंखों की हेल्थ को दुरुस्त करता है और आंखों की रोशनी को बढ़ाता है। अंडे की जर्दी में ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन, जिंक और विटामिन ए होता हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाता है और आंखों को हेल्दी रखता है। ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन का कॉम्बिनेशन रेटिना की हिफाजत करने में मदद करता है। अंडे का नियमित सेवन करने से उम्र से संबंधित आंखों की बीमारियों का उपचार होता है।
सिट्रस फ्रूट का करें सेवन
सिट्रस फ्रूट जैसे संतरे, अंगूर, नींबू विटामिन सी के बेहतरीन स्रोत हैं जो इम्युनिटी को स्ट्रांग करते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ये फ्रूट आंखों में रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते है। विटामिन सी मोतियाबिंद के खतरे को कम करने और उम्र से संबंधित आंखों को होने वाली बीमारियों से बचाव करते हैं।