राष्ट्रीय

मणिपुर न खंडित था, न होगा’, Rahul Gandhi पर Smriti Irani का पलटवार- भारत माता की हत्या की बात पर कांग्रेसियों ने बजाई ताली

मणिपुर न खंडित था, न होगा', Rahul Gandhi पर Smriti Irani का पलटवार- भारत माता की हत्या की बात पर कांग्रेसियों ने बजाई ताली

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहली बार किसी सांसद ने ‘भारत माता की मृत्यु’ की बात कही और उनके गठबंधन के सदस्यों ने तालियां बजाईं। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि उनकी ‘मां’ की मणिपुर में हत्या कर दी गई है और एनडीए सरकार ने मणिपुर को विभाजित कर दिया है। स्मृति ईरानी ने कहा, “आप इंडिया नहीं हैं क्योंकि भारत भ्रष्ट नहीं है। भारत वंशवाद में नहीं योग्यता में विश्वास करता है और आज आप जैसे लोगों को यह याद रखने की जरूरत है कि अंग्रेजों से क्या कहा गया था – क्विट इंडिया। भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, वंशवाद क्विट इंडिया। योग्यता को अब भारत में जगह मिलेगी।” उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मणिपुर न खंडित था, न होगा।

स्मृति ईरानी ने अपना हमला जारी रखते हुए 90 के दौर के कश्मीर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में एक कश्मीरी पंडित – गिरिजा टिक्कू – के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। जब इसे एक फिल्म में दिखाया गया तो कुछ कांग्रेसी नेताओं ने इसे प्रोपेगेंडा बताया। वही पार्टी के नेता आज न्याय की बात कर रहे हैं। स्मृति ईरानी ने संसद में कहा, “राजस्थान में महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे हैं। भीलवाड़ा इसका ताजा उदाहरण है। लड़की के साथ बलात्कार किया गया, उसके शरीर को काट दिया गया और कुछ हिस्सों को भट्टी में फेंक दिया गया। ये सब हुआ एक 14 साल की लड़की के साथ। पश्चिम बंगाल में भी महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। लेकिन उस पर कुछ नहीं कहा गया।”

स्मृति ईरानी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति के मुद्दे उठाए जब देश में कांग्रेस का शासन था। उन्होंने कहा,”आज सदन में कहा गया कि उन्होंने (राहुल गांधी) यात्रा की और आश्वासन दिया कि अगर उनका बस चले तो वे अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करेंगे…जो व्यक्ति सदन से भाग गया है, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कोई भी ऐसा नहीं करेगा देश में धारा 370 बहाल होगी और न ही कश्मीरी पंडितों को “रालिब गालिब चलीब” से धमकाने वालों को बख्शा जाएगा।” उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बार-बार कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है। विपक्ष इससे भाग गया, हम नहीं।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!