आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व भारतीय उद्योगों पर है: PM मोदी
आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व भारतीय उद्योगों पर है: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सीआईआई की वार्षिक बैठक को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी महामारी के दौरान, हम भारत सरकार और उसके उद्योगों की मजबूती देख रहे हैं। मास्क से लेकर पीपीई से लेकर टीकाकरण तक, इंडस्ट्री ने सरकार को हर संभव मदद दी है। आप सभी भारतीय विकास गाथा के प्रमुख अंग रहे हैं। देश को जो भी जरूरत पड़ी, जब भी जरूरत पड़ी, उद्योगों ने आगे बढ़कर हर संभव योगदान दिया।
During such a massive pandemic, we're witnessing the strengthening of Indian govt and its industries.
From masks, to PPEs to vaccination, industry has given every possible support to the govt. All of you have been major players in Indian growth story- PM Shri @narendramodi pic.twitter.com/zJPo6lj3vY
— BJP (@BJP4India) August 11, 2021
मोदी ने कहा कि CII की ये बैठक इस बार 75वें स्वतंत्रता दिवस के माहौल में, आजादी के अमृत महोत्सव के बीच हो रही है। ये बहुत बड़ा अवसर है, भारतीय उद्योग जगत के नए संकल्पों के लिए, नए लक्ष्यों के लिए है। आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व, भारतीय उद्योगों पर है। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में रिकॉर्ड हाइरिंग से संबंधित रिपोर्ट भी हमने देखी है। ये देश में डिजिटलीकरण और डिमांड की ग्रोथ का ही परिणाम है। ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम इन अवसरों का उपयोग करते हुए, अपने लक्ष्यों की ओर दो गुनी गति से बढ़ें। आज का नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है, तत्पर है। जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब हमें लगता था कि जो कुछ भी विदेशी है, वही बेहतर है। इस psychology का परिणाम क्या हुआ, ये आप जैसे industry के दिग्गज भलीभांति समझते हैं। हमारे अपने ब्रांड भी, जो हमने सालों की मेहनत के बाद खड़े किए थे, उनको विदेशी नामों से ही प्रचारित किया जाता था। आज स्थिति तेजी से बदल रही है। आज देशवासियों की भावना, भारत में बने प्रोडक्ट्स के साथ है। कंपनी भारतीय हो, ये जरूरी नहीं, लेकिन आज हर भारतीय, भारत में बने प्रोडक्ट्स को अपनाना चाहता है। आज देश में वो सरकार है जो राष्ट्र हित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है। GST तो इतने सालों तक अटका ही इसलिए क्योंकि जो पहले सरकार में वो political risk लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। हमने न सिर्फ GST लागू किया बल्कि आज हम record GST collection होते देख रहे हैं।