पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए इन योगासन को करें अपने डेली रूटीन में शामिल
पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए इन योगासन को करें अपने डेली रूटीन में शामिल

Workout For Digestion: पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए इन योगासन को करें अपने डेली रूटीन में शामिल
Workout For Digestion: हेल्दी रूटीन अपनाकर आप एक्टिव और फिट रह सकते हैं। ऐसा करके कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर किया जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए योग की प्रैक्टिस करना भी बेहद जरूरी है। इनके जरिए आप अपने शरीर और मेंटल हेल्थ को स्वस्थ और दुरुस्त बना सकते हैं।
पाचन को दुरुस्त करने में फायदेमंद हैं ये खास योगासन, रूटीन में करें शामिल
मुख्य बातें
हेल्दी पाचन के लिए रोजाना इन आसनों को करना फायदेमंद
पाचन तंत्र को मजबूती देते हैं ये 5 योगासन
इन योगासनों को करने से ठीक किए जा सकते हैं कई रोग
Workout For Digestion: योग हमें शारीरिक रूप से फिट रखने में हेल्प कर सकता है। इसके साथ ही कई बॉडी पार्ट्स के कार्य को भी ठीक रखने में भी योगदान देता है। योग करने से लिवर, डाइजेशन सिस्टम, और किडनी के फंक्शन को बेहतर बनाकर आपको हेल्दी रखने में सहायता मिलती है। आपको पेट अक्सर फूला लगता है या आप असहज महसूस करते हैं तो इसे नॉर्मल समझने की गलती न करेंं। क्योंकि ये परेशानियां अपच में भी देखने को मिलती हैं। यदि आपका डाइजेशन खराब रहता है तो आप कुछ योगासनों की प्रौक्टिस करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
जोड़ों का दर्द एक बार में और हमेशा के लिए चला जाएगा।
1- वज्रासन
2- पवनमुक्तासन
3- नौकासन
4- त्रिकोणासन
5- बालासन
इस आसनों को करने के फायदे-
1- वज्रासन
वज्रासन सबसे आसान आसनों में शामिल होता है, जिसे करने पर पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। इसके साथ ही फिटनेस को बरकरार रखने के लिए भी यह बेस्ट माना जाता है। इस आसन को करने से जठराग्नि की वृद्धि होती है, जो भोजन पचाने के लिए और हमारी बॉडी को एनर्जी देने का काम करती है।
2- पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन को करने से गैस और पेट की बीमारियां धीरे-धीरे कम हो जाती हैं। रोजाना इसे करने से पाचन में सुधार होता है और आपके पेट से गैस को निकलने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा इसे करने पर आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
3- नौकासन
ये आसन एब्डोमिनल मसल्स को मजबूती देता है और इंटेस्टाइन को बेहतर कार्य करने के लिए मदद करता है। इसे करने से डाइजेशन को उत्तेजित किया जा सकता है और जठराम्ल के स्राव में सुधार लाने का काम करता है।
4- त्रिकोणासन
इस आसन को करने वाले लोगों में कब्ज और एसिडिटी जैसी डाइजेस्टिव समस्या कम होती है। त्रिकोणासन इंटेस्टाइन मूवमेंट्स को बढ़ाने का काम करता है।
5- बालासन
बालासन को चाइल्ड पोज के नाम से भी जाना जाता है, जो हमारे मस्तिष्क को शांत करने में मदद कर सकता है। इसे करने से जांघों और कूल्हों में फ्लैक्सिबीलिटी बढ़ती है। पाचन को बेहतर करने के लिए यह योग सबसे अच्छा उपाय है।