स्वास्थय

शरीर और खून में जमी चर्बी को गलाने के लिए इस 1 मसाले का करें सेवन, नहीं बढ़ेगा वजन, बीपी, कोलेस्ट्रॉल भी रहेगा नॉर्मल

शरीर और खून में जमी चर्बी को गलाने के लिए इस 1 मसाले का करें सेवन, नहीं बढ़ेगा वजन, बीपी, कोलेस्ट्रॉल भी रहेगा नॉर्मल

Cinnamon Benefits: दालचीनी एक लोकप्रिय मसाला है, जो दालचीनी के पेड़ों की कई प्रजातियों की छाल से प्राप्त होता है. दालचीनी का इस्तेमाल हर घर में कई तरह के वेज और नॉनवेज आइटम्स को बनाने के लिए किया जाता है. यह एक बेहद ही फायदेमंद मसाला है, जिसकी तासीर गर्म होती है. दालचीनी में कई तरह के मेडिसिनल कम्पाउंड्स होते हैं, जो डायबिटीज और हार्ट डिजीज से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है. चलिए जानते हैं दालचीनी के फायदों के बारे में विस्तार से.

हेल्थ डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, दालचीनी में प्लांट कम्पाउंड जैसे कॉमरिन, सिनैमिक, एसिड, यूजेनॉल आदि होते हैं, जो बेहद ही शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक प्रॉपर्टीज से भरपूर होते हैं. इतना ही नहीं, दालचीनी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोलिक यौगिक जैसे सिनामाल्डिहाइड, प्रो-इंफ्लेमेटरी प्रोटीन को रेगुलेट करके शरीर में सूजन यानी इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं. साथ ही ये कम्पाउंड शरीर को फ्री रैडिकल्स और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से भी सुरक्षित रखते हैं.

हेल्थ डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, दालचीनी में प्लांट कम्पाउंड जैसे कॉमरिन, सिनैमिक, एसिड, यूजेनॉल आदि होते हैं, जो बेहद ही शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक प्रॉपर्टीज से भरपूर होते हैं. इतना ही नहीं, दालचीनी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोलिक यौगिक जैसे सिनामाल्डिहाइड, प्रो-इंफ्लेमेटरी प्रोटीन को रेगुलेट करके शरीर में सूजन यानी इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं. साथ ही ये कम्पाउंड शरीर को फ्री रैडिकल्स और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से भी सुरक्षित रखते हैं.

एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट कम्पाउंड्स में हाई कन्संट्रेशन होने के कारण दालचीनी रूमेटाइड गठिया (Rheumatoid arthritis) जैसी सूजन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचा सकती है. ऐसे में आपको गठिया से संबंधित कोई परेशानी है तो आप डॉक्टर की सलाह पर इसका सेवन कर सकते हैं.

एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट कम्पाउंड्स में हाई कन्संट्रेशन होने के कारण दालचीनी रूमेटाइड गठिया (Rheumatoid arthritis) जैसी सूजन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचा सकती है. ऐसे में आपको गठिया से संबंधित कोई परेशानी है तो आप डॉक्टर की सलाह पर इसका सेवन कर सकते हैं.

दालचीनी रक्तचाप और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल जैसे रक्त लिपिड स्तर को कम करती है, जिससे संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंच सकता है. हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड में फैट के हाई लेवल होने के कारण हृदय रोग होने का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में दालचीनी को भोजन में शामिल करके हृदय संबंधी जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. आप दालचीनी पाउडर को थोड़ा सा दूध, सब्जी, नॉनवेज, स्मूदी, शेक, सूप, चिया पुडिंग आदि में डालकर सेवन कर सकते हैं.

दालचीनी रक्तचाप और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल जैसे रक्त लिपिड स्तर को कम करती है, जिससे संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंच सकता है. हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड में फैट के हाई लेवल होने के कारण हृदय रोग होने का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में दालचीनी को भोजन में शामिल करके हृदय संबंधी जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. आप दालचीनी पाउडर को थोड़ा सा दूध, सब्जी, नॉनवेज, स्मूदी, शेक, सूप, चिया पुडिंग आदि में डालकर सेवन कर सकते हैं.

दालचीनी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और फाइबर युक्त चीजों के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है. इससे आपको जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है. फाइबर मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है. इससे शरीर फैट को तेजी से जलाता है. इस तरह से आपका वजन कंट्रोल रह सकता है. फाइबर से पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है, बाउल मूवमेंट सही बना रहता है, जिससे पेट साफ होता है. कब्ज की समस्या नहीं होती है. आप वजन कम करने के लिए दालचीनी का पाउडर शेक, स्मूदी, सूप, दूध, गुनगुना पानी आदि में डालकर पी सकते हैं.

चूंकि, इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में या फिर बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी आदि से बचे रहने के लिए दालचीनी वाला दूध पी सकते हैं. इसे आप शहद के साथ भी ले सकते हैं. सर्दी, खांसी की समस्या में काफी आराम मिलेगा.

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