फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ बीबीबी- पर बरकरार रखा
फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ बीबीबी- पर बरकरार रखा

फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ बीबीबी- पर बरकरार रखा
फिच रेटिंग्स ने एक बयान में कहा कि भारत का मध्यम अवधि का वृद्धि परिदृश्य रेटिंग को समर्थन देने वाला एक प्रमुख कारक है। उसने कहा कि कंपनियों और बैंकों के बही-खातों में सुधार से आगामी वर्षों में निवेश में तेजी आएगी।
रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ ‘बीबीबी-’ पर बरकरार रखते हुए मंगलवार को कहा कि भारत के मजबूत वृद्धि परिदृश्य तथा जुझारू बाह्य वित्त को देखते हुए यह रेटिंग दी गई है। फिच रेटिंग्स ने एक बयान में कहा कि भारत का मध्यम अवधि का वृद्धि परिदृश्य रेटिंग को समर्थन देने वाला एक प्रमुख कारक है। उसने कहा कि कंपनियों और बैंकों के बही-खातों में सुधार से आगामी वर्षों में निवेश में तेजी आएगी।
महामारी से पहले ये दबाव में थे। हालांकि फिच ने कहा कि श्रमबल की भागीदारी से संबंधित मुद्दे, ग्रामीण क्षेत्र में पुनरुद्धार की धीमी रफ्तार और असमतल सुधार क्रियान्वयन रिकॉर्ड जैसे कारकों से जोखिम बना रहेगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘फिच रेटिंग्स ने भारत की रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ बीबीबी- पर बरकरार रखा है। रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि मार्च, 2023 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहेगी। हालांकि फिच का मानना है कि वर्ष 2023 में वैश्विक परिदृश्य के धुंधला रहने से निर्यात में कमी आने, अनिश्चितता बढ़ने और ब्याज दरें बढ़ने से वित्त वर्ष 2023-24 में वृद्धि दर धीमी होकर 6.2 प्रतिशत रह सकती है।