अंतर्राष्ट्रीय

यूरोपीय संघ में मंदी के असर को लेकर निर्यातक फिक्रमंदः फियो

यूरोपीय संघ में मंदी के असर को लेकर निर्यातक फिक्रमंदः फियो

नयी दिल्ली। निर्यातक संगठन फियो का मानना है कि यूरोपीय संघ (ईयू) में मंदी के रुझान दृष्टिगोचर होने से निर्यातकों ने फिलहाल इंतजार करने का मन बनाया हुआ है। दरअसल निर्यातकों को यूरोपीय देशों में भारतीय उत्पादों की मांग घटने का अंदेशा सता रहा है। भारतीय निर्यातकों के लिए यूरोपीय संघ एक प्रमुख बाजार है और भारत के कुल निर्यात का करीब 15 प्रतिशत इन देशों में ही जाता है।

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भारतीय निर्यातक संगठनों के महासंघ (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने एक बयान में कहा कि यूरोपीय संघ में मंदी के लक्षण नजर आने लगे हैं और वहां ऊर्जा संकट भी गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में वहां के खरीदार भारत से आने वाले ऑर्डर में देरी कर रहे हैं। वे फिक्रमंद होने के साथ आशान्वित भी हैं।’’

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हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय संघ की मौजूदा आर्थिक स्थिति भारतीय निर्यातकों के लिए रूस जैसे देशों को अपना निर्यात बढ़ाने का एक मौका भी दे रही है। उन्होंने कहा, ‘‘रूस पर लगे पश्चिमी देशों के प्रतिबंध हमें उस बाजार का दोहन करने का मौका भी देते हैं।’’ इसके साथ ही फियो महानिदेशक ने यह भरोसा जताया कि भारत का कुल वस्तु निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 में 470 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। पिछले वित्त वर्ष में भारत ने 420 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया था।

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