पैसों को चुंबक की तरह खींचता…कई बीमारियां चुटकियों में दूर करता है ये फूल
पैसों को चुंबक की तरह खींचता…कई बीमारियां चुटकियों में दूर करता है ये फूल

नेचुरोपैथी एक्सपर्ट प्रीतिका मजूमदार के अनुसार अपराजिता के फूलों के गुणों के बारे में जानकार आप हैरान हो जाएंगे.
अपराजिता के फूल के फायदे
नेचुरोपैथी एक्सपर्ट प्रीतिका मजूमदार के अनुसार अपराजिता के फूलों का आकार गाय के कान के जैसा होता है इसलिए इसे गुजराती में गोकरणी भी कहा जाता है. वैसे तो आयुर्वेद में इस वनस्पति का बहुत महत्व है इसकी जड़ को कान पर बांधने से ही माइग्रेन की समस्या या सिर दर्द में राहत मिलती है. कहीं पर भी घाव हो जाए तो इसके पत्तों को लगाने से वहां इंफेक्शन नहीं होता है.
अपराजिता के फूल के फायदे
पहले बुखार में भी इसकी जड़ को कमर पर बांधा जाता था.
अपराजिता के फूल के टोटके
सफेद दाग में भी इसकी जड़ को पीसकर लेप लगाने से दाग धीरेधीरे खत्म होते हैं.
अपराजिता के फूल से अगर आता है पैसा
इसकी जड़ की भस्म का भी उपयोग किया जाता है मक्खन में डालकर पथरी में भी चावल के पानी के साथ इसे लिया जाता है.
अपराजिता के फूल से दूर होती हैं बीमारियां
इसके 1 से 2 बीज भुन कर लेने से पेट दर्द में आराम मिलता है.
अपराजिता के फूल से पथरी के दर्द में आराम
पीलिया में इसकी जड़ का मट्ठा के साथ सेवन किया जाता है. दमा खांसी में इसका काढ़ा उपयोग में लिया जाता है.
अपराजिता के फूल से माइग्रेन होता है दूर
फोड़ा फुंसी में इसकी जड़ को सिरके के साथ लिया जाता है 10 ग्राम. कान दर्द में कान की बूट पर इसके पत्तों का लेप किया जाता है.
अपराजिता के फूल से पेट दर्द में आराम
आवाज बैठ जाने गला खराब होने पर इसके पत्तों का गोमूत्र में मिलाकर कुल्ला किया जाता है.
अपराजिता के फूल से कान दर्द में आराम
अपराजिता के फूल पत्ते झड़ सभी को सेवन करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि इसके सेवन से दस्त भी लग सकते हैं.
अपराजिता से फूल से नौकरी में होती है तरक्की
अपराजिता के बेल या पौधे को घर के उत्तर दिशा में लगाएं. ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होती है