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यूपी में नल का पानी होगा महंगा, ग्रामीणों को देना होगा किराया

यूपी में नल का पानी होगा महंगा, ग्रामीणों को देना होगा किराया

उत्तर प्रदेश सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत गांवों में स्थापित किए जा रहे 2.63 करोड़ नल कनेक्शनों के बदले में ग्रामीणों से किराया वसूला जाएगा। यह निर्णय शुद्ध पेयजल की आपूर्ति को सुनिश्चित करने और योजना के सतत रखरखाव की दिशा में उठाया गया एक कदम है। इस लेख में हम इस योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे।

जल जीवन मिशन एक केंद्रीय सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य हर घर में नल से जल आपूर्ति करना है। इस योजना का शुभारंभ 15 अगस्त 2019 को किया गया था। इस योजना के तहत 2024 तक 19.04 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन प्रदान किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 3.6 लाख करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है।

इस योजना का मुख्य लाभ यह है कि ग्रामीणों को दूर-दूर तक पानी लाने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। इससे उनका समय और श्रम बचेगा, जिसे वे अन्य उपयोगी कामों में लगा सकेंगे। इसके अलावा, नल से पानी पीने से उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा, क्योंकि वे शुद्ध और स्वच्छ पानी पी पाएंगे।

पहला कारण है रखरखाव और संचालन की चुनौतियाँ। फिलहाल नलों की स्थापना और पाइपलाइनों की व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार धनराशि प्रदान कर रही है। हालांकि भविष्य में इस बजट की उपलब्धता में कमी आ सकती है। ऐसे में रखरखाव और अन्य व्यवस्थाओं के लिए आर्थिक संसाधनों की आवश्यकता पड़ेगी।

दूसरा कारण है सामूहिक सहमति और भविष्य की योजना। जल जीवन मिशन को लेकर हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में प्रमुख सचिवों ने आम सहमति व्यक्त की कि ग्रामीणों से नलों के लिए किराया लिया जाए। इसे लंबे समय तक चलाने के लिए आवश्यक माना जा रहा है।

तीसरा कारण है जल आदतन और लक्ष्य प्राप्ति। 2019 से अब तक विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत लक्ष्यों की पूर्णता देखी गई है। इस उपलब्धि के साथ ही अधिकतर ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन पहुंचा दिए गए हैं, जो एक बड़ी सफलता है। इससे लोगों को नल से पानी पीने की आदत डालने पर जोर दिया जाएगा।

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