राजनीति

Madhya Pradesh: Kamal Nath बोले- CM Shivraj कुछ भी कहें, मतदाता किसी भी कलाकारी से गुमराह नहीं होंगे

Madhya Pradesh: Kamal Nath बोले- CM Shivraj कुछ भी कहें, मतदाता किसी भी कलाकारी से गुमराह नहीं होंगे

कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में 20 साल के रिपोर्ट कार्ड को लेकर भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की और कहा कि मतदाता किसी भी चालाकी से गुमराह नहीं होंगे। कमलनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ”मुझे मध्य प्रदेश के मतदाताओं पर भरोसा है, चाहे सीएम शिवराज सिंह चौहान कुछ भी कहें या कोई भी रिपोर्ट पेश करें।” उन्होंने आगे कहा, ”मध्य प्रदेश के मतदाता इस तरह के रिपोर्ट कार्ड से गुमराह नहीं होंगे।” आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा के चुनाव होने है। इसी कारण कांग्रेस और भाजपा के बीच वार-पलटवार का दौर भी देशने को मिलता है।

अमित शाह ने पेश किया था बीजेपी का रिपोर्ट कार्ड
इससे पहले 20 अगस्त को, भाजपा ने राज्य में अपने बीस साल के शासन को प्रस्तुत किया और कहा, “कांग्रेस शासन के पांच दशकों के दौरान राज्य को बीमारू लोगों में गिना जाता था।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर सत्ता में रहने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई पहलों और कल्याणकारी योजनाओं को अवरुद्ध करने का आरोप लगाया। शाह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना कहा कि प्रदेश के लोगों ने 2003 में ‘‘ मिस्टर बंटाधार ’’ की सरकार को हटाकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 20 वर्षों में राज्य को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की नींव रखी।

कांग्रेस ने विफल राज्य बताया
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि मध्य प्रदेश एक विफल राज्य है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने कहा कि मध्य प्रदेश भाजपा शासन के तहत एक विफल राज्य है और दावा किया कि शाह ने सत्तारूढ़ पार्टी के लिए चुनाव अभियान की कमान संभाली है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दरकिनार कर दिया गया है। तन्खा ने दावा किया, ‘‘शाह ने रिपोर्ट कार्ड पेश किया और दिखाया कि उन्हें पिछले 80 साल से राज्य के मुख्यमंत्री चौहान पर भरोसा नहीं है।’’ कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने कई निवेशक शिखर सम्मेलन आयोजित किए और कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। अगर ये अमल में आते, तो यहां के शहर बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे आईटी केंद्र बन गए होते। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और युवाओं को रोजगार देने समेत हर मोर्चे पर विफल रही है।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!