सिद्धू ने कैप्टन सरकार पर फिर किया वार, अब इस मुद्दे पर उठाया सवाल
सिद्धू ने कैप्टन सरकार पर फिर किया वार, अब इस मुद्दे पर उठाया सवाल

पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू लगातार सक्रिय हैं। हाालंकि एक बात यह भी है कि उनके रिश्ते अब भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सामान्य नहीं हुए है। एक बार फिर से सिद्धू ने अमरिंदर पर निशाना साधा है। सिद्धू ने ट्वीट कर राज्य में फैले नशे के मुद्दे पर अपनी बात कही। सिद्धू ने ट्वीट में कहा कि फरवरी 2018 में एडीजी हरप्रीत सिद्दू की अध्यक्षता में एसटीएफ ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर की थी। इस रिपोर्ट में ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयानों और सबूतों की जांच की गई थी। बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल अन्य लोगों के मामले रखे गए थे।
सिद्धू ने कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को कानून के अनुसार आगे बढ़ने के लिए कहा था। 23 मई 2018 को सरकार ने कोर्ट ओपिनियन-कम-स्टेटस रिपोर्ट के समक्ष दायर किया था जो अभी भी सीलबंद लिफाफे में है। ढाई साल हो गए लेकिन पंजाब के लोगों को और कितना इंतजार करना चाहिए? सिद्धू ने सवाल उठाएं कि पंजाब पुलिस ने क्या इसकी जांच की थी? पंजाब सरकार ने क्या कार्रवाई के थी? इसे पब्लिक डोमेन में लाया जाना चाहिए। रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई क्या किया, यह भी बताया जाना चाहिए। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ खुद को जनता के प्रति जवाबदेह बनाएं।
इन सब के बीच आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि वह सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद अमरिंदर कि आलाकमान के साथ यह पहली बैठक है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद पंजाब में कैबिनेट विस्तार हो सकता है। पंजाब में यह कैबिनेट विस्तार ऐसे समय में होगा जब सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। ऐसे में अमरिंदर कैबिनेट में सिद्धू का प्रभाव देखने को मिल सकता है।
सूत्र यह भी बता रहे हैं कि लगातार सिद्धू के आरोपों से कैप्टन असहज हैं। कैप्टन लगातार सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ थे। लेकिन आलाकमान का फैसला उन्हें मारना पड़ा। अब जब सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं और कैप्टन सरकार पर भी हमलावर हैं। ऐसे में कैप्टन के लिए आगे की राह मुश्किल हो सकती है।