Kartavyapath : केंद्र सरकार के नेतृत्व में दक्षिण भारत तेज गति से पकड़ रहा विकास की रफ्तार
Kartavyapath : केंद्र सरकार के नेतृत्व में दक्षिण भारत तेज गति से पकड़ रहा विकास की रफ्तार

Kartavyapath : केंद्र सरकार के नेतृत्व में दक्षिण भारत तेज गति से पकड़ रहा विकास की रफ्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के अलग अलग हिस्सों में विकास की बयार बह रही है। देश भर में हर क्षेत्र में ना सिर्फ विकास को रफ्तार मिली है बल्कि सरकार ने भविष्य की जरुरतों को देखते हुए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने की मांग भी तेजी से बढ़ा दी है। तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों में परिवहन का जरिया हो या स्वास्थ्य के क्षेत्र की बुनियादी जरुरतें, हर क्षेत्र में सरकार निवेश को बढ़ावा दे रही है। तेलंगाना और तमिलनाडु भारत की जीडीपी में हिस्सेदारी देने वाले अहम राज्यों में शुमार है। वहीं राज्य के टेक्स रेवेन्यू के मोर्चे पर तमिलनाडु शीर्ष पर है। इस कड़ी में काम करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल के महीने में ही तेलंगाना और तमिलनाडु को 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक राशि की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया था।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में 11,300 करोड़ रुपये से अधिक रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की थी। वहीं तमिलनाडु को भी 3700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात मिली थी। इन परियोजना के जरिए दोनों राज्यों के साथ देश के अन्य राज्यों को भी लाभ मिलेगा वहीं जनता का जीवन भी आसान होगा। हैदराबाद में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तेलंगाना को अलग राड्य बने हुए उतना समय ही व्यतीत हुआ है जितना कि केंद्र में वर्तमान सरकार को सत्ता हासिल किए हुआ है। तेलंगाना के लिए सरकार ने सुनिश्चित किया है कि भारत के विकास मॉडल का तेलंगाना को अधिकतम लाभ मिल सके और ये विकास की ओर अग्रसर हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चेन्नई के पास मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क का निर्माण कार्य जारी है। भारतमाला परियोजना के तहत ममल्लापुरम से कन्याकुमारी तक की पूर्वी समुद्र तट सड़क का सुधार किया जा रहा है।
केंद्र सरकार अपनी नीतियों के जरिए पूरे क्षेत्र में विकास की नई बयार लेकर आई है। इससे चेन्नई, मदुरै और कोयंबटूर की स्थानीय जनता के जीवन स्तर में सुधार होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की दिशा में चेन्नई हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल के पहले फेज का उद्घाटन किया है। नया टर्मिनल 1260 करोड़ रुपये में निर्मित हुआ है। इस नए टर्मिनल के बनने से हवाई यात्रियों की संख्या अब 2.3 करोड़ से बढ़कर तीन करोड़ तक पहुंचेगी। वहीं चेन्नई हवाई अड्डे का ये नया टर्मिनल पूरे तमिलनाडु के लिए मददगार सिद्ध होगा। टर्मिटल भवन का निर्माण इस प्रकार हुआ है कि यहां समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इसमें कोलम, साड़ी, मंदिर समेत कई पारंपरिक विशिष्टताओं का समावेश है।
तमिलनाडु का हो रहा तेजी से विकास
– मदुरै शहर में 7.3 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। नेशनल हाइवे 785 की 24.4 किलोमीटर लंबी चार लेन वाली सड़क का उद्घाटन भी हुआ है।
– नेशनल हाईवे संख्या 744 की स्थिति को भी बदला जाएगा जिसके लिए सड़क परियोजनाओं के निर्माण की आधारशीला भी रखी गई है।
– आंकड़ों के मुताबिक इस परियोजना के निर्माण ने 2400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी। ये परियोजना तमिलनाडु और केरल के बीच अंतर राज्यीय सड़क संपर्क को सुधारेगी और इसे बढ़ावा देगी। इस सड़क परियोजना की मदद से मुदरै के मीनाक्षी मंदिर, श्रीविल्लीपुथुर में अंडाल मंदिर और केरल में सबरीमाला जाने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी।
– 294 करोड़ की लागत से तैयार तिरुथुरईपोंडी और अगस्त्यमपल्ली के बीच 37 किलोमीटर के रेल लाइन आमान परिवर्तन खंड का उद्घाटन किया गया है। इससे नागपट्टिनम जिले के अगस्त्यमपल्ली से खाद्य और औद्योगिक नमक के परिवहन में लाभ होगा।
– तांबरम और सेनगोट्टई के बीच एक्सप्रेस सेवा को रवाना किया है। दक्षिण रेलवे मदुरै डिवीजन के अनुसार, यह तांबरम-सेनगोट्टई-तांबरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस चेन्नई से तिरुवरुर-कराइकुडी सेक्शन के लिए पहली नियमित ट्रेन सेवा भी है।
– तिरुथुरईपूंडी- अगस्त्यमपल्ली के बीच एक डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट सेवा को भी हरी झंडी दिखाई गई। इससे कोयंबटूर, तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिले के यात्रियों को लाभ मिलेगा।
अब जानते हैं तेलंगाना में हो रहे विकास के संबंध में विस्तृत जानकारी
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही में हुए दौरे के दौरान 7,850 करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी है। इससे तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी।
– इसके अलावा 1,350 करोड़ रुपये की लागत से हैदराबाद के बीबीनगर में बनने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशीला रखी है, जो स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लेकर आएगी।
– 720 करोड़ रुपये की लागत से सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। पुनर्विकास स्टेशन में एक ही स्थान पर सभी यात्री सुविधाओं के साथ दो स्तरीय जगह पर रुफ प्लाजा उपलब्ध होगा।
– हैदराबाद-सिकंदराबाद शहर क्षेत्र के उपनगरीय खंड में 13 नई मल्टी-मॉडल परिवहन सेवा का शुभारंभ भी किया गया है।