उत्पादन के आकलन के बाद मार्च में sugar export quota बढ़ाने पर विचार करेगी सरकार
उत्पादन के आकलन के बाद मार्च में sugar export quota बढ़ाने पर विचार करेगी सरकार

सरकार चीनी के घरेलू उत्पादन का आकलन करने के बाद चालू विपणन वर्ष के लिए चीनी निर्यात कोटा को मौजूदा 60 लाख टन से बढ़ाने पर अगले महीने विचार करेगी। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने बुधवार को यह जानकारी दी। खाद्य मंत्रालय ने चालू विपणन वर्ष 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी है, जिससे चीनी उत्पादन में गिरावट आने की उम्मीद है। पिछले साल भारत ने रिकॉर्ड 110 लाख टन चीनी का निर्यात किया था।
चोपड़ा से जब पूछा गया कि क्या सरकार चीनी के निर्यात कोटा को बढ़ायेगी तो उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। हम उत्पादन की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और अनुमानित उत्पादन के अंतिम आंकड़े क्या हैं, इसके आधार पर हम मार्च में निर्यात कोटा के बारे में फैसला कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि कुछ उत्पादक राज्यों में खराब मौसम की वजह से विपणन वर्ष 2022-23 में चीनी उत्पादन कम रहने का अनुमान है।
हाल ही में, भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने कहा था कि चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष में पांच प्रतिशत घटकर 340 लाख टन रहने का अनुमान है क्योंकि एथनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के शीरे का अधिक मात्रा का उपयोग किया जा रहा है। विपणन वर्ष 2021-22 में चीनी का उत्पादन 358 लाख टन रहा। महाराष्ट्र में वास्तविक चीनी उत्पादन वर्ष 2022-23 में पिछले वर्ष के 137 लाख टन से घटकर 121 लाख टन रहने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में यह 102 लाख टन से मामूली घटकर 101 लाख टन रह सकता है, जबकि कर्नाटक में यह पहले के 60 लाख टन से घटकर 56 लाख टन पर आ सकता है। इस्मा के अनुसार, 2022-23 के पहले चार महीनों में चीनी उत्पादन 3.42 प्रतिशत बढ़कर 193.5 लाख टन हो गया है।