गोरखपुर: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेकाबू होने के बाद ट्रेनों से गोरखपुर लौटने वाले मजदूरों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। मुंबई से गोरखपुर आने वाली छह ट्रेनों से रोज 5000 से अधिक मजदूर-बच्चे तो आ ही रहे हैं, निजी गाड़ी लेकर भी लोग घर वापसी कर रहे हैं। इनमें से तमाम कोरोना संक्रमित हैं, लेकिन विभाग इनकी जांच को लेकर रस्मी कवायद कर रहा है।
मुंबई के विभिन्न स्टेशनों ने गोरखपुर के लिए रोज छह ट्रेने चल रही हैं। कोरोना के चलते इन ट्रेनों में सिर्फ आरक्षित सीट पर ही सफर करना पड़ रहा है। इसके बाद भी पूरी ट्रेन पैक होकर आ रही है। कहने को सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होनी है। संदेह होने पर एंटीजन टेस्ट किया जाना है, लेकिन कुल यात्री में से 5 से 7 फीसदी की भी जांच नहीं हो रही है।
संपूर्ण लॉकडाउन से पहले घर वापसी
दिलचस्प यह है कि जांच के खौफ में तमाम यात्री डोमिनगढ़ और सिटी स्टेशन पर ही उतर जा रहे हैं। आने वाले यात्रियों में पूर्वांचल के साथ ही सीमावर्ती बिहार के मजदूर भी बड़ी संख्या में है। सीवान के शमशेर ने बताया कि महाराष्ट्र में कभी भी संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है। पिछले बाद के बुरे अनुभव को देखते हुए समय रहने घर वापसी कर रहे हैं।