चौधरी छोटू राम पीजी कॉलेज में हुआ राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन
चौधरी छोटू राम पीजी कॉलेज में हुआ राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन

“मां शाकुंमभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर का प्रथम खिलाड़ी सम्मान समारोह का आयोजन”आज स्थानीय चो छोटू राम पी जी कालेज मे किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना व ज्योति प्रज्वलन तथा विश्वविद्यालय के कुल गीत के साथ किया गया तदोपरांत महाविद्यालय के प्राचार्य व विवि स्पोर्ट कॉन्सिल के अध्यक्ष प्रो० (डॉ )नरेश मलिक ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। प्रो मालिक ने मेजर ध्यानचंद जी की उपलब्धियां पर प्रकाश डालते हुए बताया की किस प्रकार 1928, 1932 और 1936 में मेजर ध्यानचंद जी के नेतृत्व में भारत ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीते। उन्होंने विद्यार्थियों को मोटिवेट करते हुए अंजू रानी, अमित राणा, नेहा तोमर जैसे खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए बताया बादशाहपुर की रहने वाली अंजू रानी जैसे खिलाड़ियों ने विश्व पटल पर भारत का नाम कैसे रोशन किया यह हम सभी को प्रेरित करती है। इस कार्यक्रम का आज यहां विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक हासिल करने वाले तथा दर्शक दीर्घा में बैठे हुए अन्य छात्र-छात्राओं का खेलों के प्रति जागरुक व उत्साहवर्धन करते हुए और मेहनत और लगन के साथ खेल भावना के साथ खेलने का जज्बा पैदा करना ही मुख्य उद्देश्य भी है। उन्होंने बताया कि हार या जीत बड़ी बात नहीं किंतु किसी भी प्रतियोगिता में प्रतिभागिता करना महत्वपूर्ण है ,आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि , बुढ़ाना विधानसभा के पूर्व विधायक उमेश मलिक ने अपने उद्बोधन में सभागार में उपस्थित सभी लोगों से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि किसी भी संस्थान की बुनियादी चीजों को हमेशा याद किया जाता है जैसा की मां शाकंभरी विश्वविद्यालय प्रथम कुलपति जी के रूप में वर्तमान कुलपति जी को भी उनकी सेवाओं समर्पणभाव तथा निष्ठाओं के लिए अवश्य ही याद किया जाएगा क्योंकि जब कोई भी संस्थान आरंभ किया जाता है तो उसमें समस्याएं तो आती हैं वह उसका नेतृत्व करने वाले अधिकारियों तथा अन्य स्टेकहोल्डर का दूर दृष्टिकोण विवेक ही होता है किस प्रकार इन समस्याओं से आगे बढ़कर संस्थान को आगे ले जाया जाए उन्होंने अपने उत्तरदायित्व का बोध भी सभागार में प्रतिभागियों को कराया की किस प्रकार उत्तर प्रदेश के विधान मंडल के सदन में धारा 51A के तहत चर्चा कराते हुए अपने क्षेत्र के शाहपुर में राजकीय महाविद्यालय की आवश्यकता की मांग उठाते हुए उसको मूर्त रूप प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया। उन्होंने अपने पारिवारिक जीवन की कहानी को भी शेयर करते हुए प्रतिभागियों को मोटिवेट किया तथा बताया कि किस प्रकार उनकी माताजी उनके बारे में वक्तव्य देती थी और जब वह प्रदेश के विधायक बने तभी उनका दृष्टिकोण भी बदल गया यह उनकी नेतृत्व क्षमता का ही एक उदाहरण था जो उन्होंने अपनी विश्वविद्यालय शिक्षा ग्रहण करते हुए पाई थी अतः उन्होंने ऐसे ही नेतृत्व की आशा आज के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं से भी की। आज के इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक व वि वि के कुल गीत के रचयिता सिद्धांत शंकर त्रिपाठी ने अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए बताया कि किस प्रकार हम अपनी दिनचर्या के द्वारा अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए आगे बढ़कर अपने व्यक्तित्व का विकास कर सकते हैं। यह खेल ही है जो हमें टीम स्पिरिट तथा प्रतियोगिता के लिए उद्धत करता है खेल ही है जो हमें अपनी स्किल को निखारने के लिए अभ्यास की याद दिलाता है। आज के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हृदय शंकर सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विचार साझा करते हुए बताया की स्कार्सिटी ही हमारे कौशल के विकास में सहायक है। गुरु गोविंद सिंह के उसे सिद्धांत की ओर सभी का ध्यान आकर्षित कर किया कि “सवा लाख से एक लड़ाऊं ,चिड़ियों से मै बाज लड़ाऊं ” तथा गामा पहलवान का उदाहरण देते हुए लोग थकते नहीं है उसी गामा पहलवान के अस्तित्व तथा उत्पत्ति के बारे में विचार साझा करते हुए सभी को प्रेरित किया। खेल ही ऐसा माध्यम हैं जिसमे अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए किसी सहायक की जरुरत नही उसी प्रकार हम किसी भी प्रतियोगिता में अपना ध्यान केंद्रित करके जीवन में सफलता पा सकते हैं। सभी को यह भी विश्वास दिलाया विश्वविद्यालय के विकास के लिए जिन भी संसाधनों की आवश्यकता होगी उनको लाने के लिए मैं पूर्ण प्रयास करूंगा। अंत में सभी अंतर विश्वविद्यालय खेलों में तथा खेलो इंडिया खेलो कार्यक्रमों में प प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों आस्था पाहवा (बॉक्सिंग रुपए 41000/,), विकास कुमार(शूटिंग रुपए 31000/), युवीका तोमर(शूटिंग रुपए 31000/=), वैभव चौहान(एथलेटिक्सरुपए31000/=), लविश शर्मा ,(एथलेटिक रुपए 21000) अनुज कुमार ( वेट लिफ्टिंग रुपए 21000/=), कनिस्का (बॉक्सिंग रुपए 11000) नेहा (शूटिंग रुपए 11000)आदि को स्मृति चिन्ह, ट्रैकसूट, नकद पुरस्कार तथा पटका पहनाकर सम्मानित किया गया। इनमें से कुछ खिलाड़ी ऐसे भी थे जो पहले ही स्पोर्ट्स कोटे से प्रदेश सरकार की नौकरियां के अंतर्गत प्रशिक्षण पा रहे हैं आज के इस कार्यक्रम में महा शाकंभरी विश्वविद्यालय के विभिन्न विश्वविद्यालय के प्राचार्य तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के डीन तथा चौधरी छोटू राम महाविद्यालय के सभी शिक्षक साथियों ने सभागार में उपस्थित रहकर पुरस्कार पाने वाले तथा अन्य छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया। अंत में विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स काउंसिल के सचिव डा संदीप गुप्ता ने पुरस्कृत खिलाड़ियों बधाई देते हुए अन्य सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया , कार्यकर्म का संचालन। डा निधि लूथरा ने किया।