Blast furnace के चालू होने के बाद एनएमडीसी स्टील के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित करेगी सरकार
Blast furnace के चालू होने के बाद एनएमडीसी स्टील के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित करेगी सरकार

नयी दिल्ली। सरकार एनएमडीसी स्टील (एनएसएल) के विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां कंपनी के छत्तीसगढ़ के इस्पात संयंत्र में ब्लास्ट फर्नेस के शुरू होने के बाद ही निकालेगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दीं अधिकारियों ने बताया कि इस्पात संयंत्र का ब्लास्ट फर्नेस चालू होने के बाद कंपनी का मूल्यांकन बढ़ जाएगा। एनएसएल की उत्पादन क्षमता 30 लाख टन सालाना रहने की उम्मीद है। एनएमडीसी से अलग होने के बाद एनएमडीसी स्टील लिमिटेड में सरकार की 60.79 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एनएमडीसी देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक है। यह सुविधा छत्तीसगढ़ के नगरनार में है। कंपनी की शेष 39.21 प्रतिशत सार्वजनिक है।
एनएसएल अब निजीकरण के लिए तैयार है। सरकार प्रबंधन नियंत्रण के साथ कंपनी में अपनी 50.79 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचना चाहती है। सरकार को कंपनी के लिए कई शुरुआती बोलियां या रुचि पत्र मिले हैं। अधिकारियों ने कहा कि ब्लास्ट फर्नेस के शुरू होने के बाद सरकार को एनएसएल का उचित मूल्यांकन पता चलेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी के प्रति निवेशकों का पूरा भरोसा कायम होने के बाद ही वित्तीय बोलियां आमंत्रित की जाएंगी। एनएमडीसी स्टील इस साल फरवरी में शेयर बाजारों में 30.25 रुपये प्रति शेयर के भाव पर सूचीबद्ध हुई थी। अब कंपनी के शेयर का भाव लगभग 44 रुपये है। मौजूदा बाजार भाव के आधार पर 50.79 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को करीब 6,500 करोड़ रुपये प्राप्त हो सकते हैं।