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कोरोना की तीसरी लहर की रफ्तार तेज होते ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ी, ठीक होने की राष्ट्रीय दर घटी

कोरोना की तीसरी लहर की रफ्तार तेज होते ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ी, ठीक होने की राष्ट्रीय दर घटी


भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कहर बढ़ता ही जा रहा है और 234 दिनों बाद देश में एक दिन में संक्रमण के नये मामले तीन लाख को पार कर गये हैं। जी हाँ, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 3,17,532 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,82,18,773 हो गई है। इससे पहले देश में पिछले साल 15 मई को 3,11,170 दैनिक मामले सामने आए थे। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कुल मामलों में कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के 9,287 मामले भी शामिल हैं। इस समय देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 19,24,051 हो गई है, जो कुल मामलों का 5.03 प्रतिशत है।
उपचाराधीन मरीज बढ़े

आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 93,051 की वृद्धि दर्ज की गयी। वहीं, 491 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,87,693 हो गई। देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर घटकर 93.09 प्रतिशत हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि देश में बुधवार से ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के मामलों में 3.63 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, हरेक संक्रमित के नमूनों का जीनोम अनुक्रमण मुमकिन नहीं है, लेकिन इस मौजूदा लहर में अधिकतर मामले ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के ही हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 491 मामले सामने आए। इनमें से केरल में 134 और महाराष्ट्र में 49 मामले सामने आए।

160 करोड़ से अधिक टीके की खुराक

इस बीच, देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 160 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कर्मियों और 60 वर्ष तथा उससे अधिक आयु के लोगों को अब तक 61 लाख से अधिक एहतियाती खुराक दी गई है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 15 से 18 साल के किशोरों को अब तक कुल 4 करोड़ के आसपास खुराक दी गई हैं। हम आपको बता दें कि पिछले साल 16 जनवरी को देश में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके दिए जाने के साथ टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। इसके बाद दो फरवरी 2021 से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण शुरू किया गया। बाद के चरणों में अन्य समूहों को टीका देने की शुरुआत की गई। इस साल तीन जनवरी को 15-18 वर्ष के किशोरों को टीका देने का अभियान शुरू हुआ। अब माना जा रहा है कि मार्च महीने से 12 से 14 वर्ष उम्र के बच्चों के टीकाकरण की शुरुआत भी हो जायेगी।

स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार

अब एक ओर तो यह अध्ययन सामने आया है कि जिन्होंने टीके की खुराक नहीं ली या दोनों खुराक नहीं ली उन्हें ही तीसरी लहर में ज्यादा परेशानी हुई है इसलिए सभी को टीका लगवाना जरूरी है। लेकिन अब भी कुछ लोग हैं जो टीका नहीं लगवाना चाहते और यदि टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी आयें तो उनके साथ बदसलूकी करते हैं। उत्तर प्रदेश के बलिया से जो खबर आई है उसके मुताबिक एक नाविक ने टीका लगवाने आये स्वास्थ्यकर्मी के साथ बुरा बर्ताव किया और उसके साथ मारपीट भी की। यही नहीं ऐसे ही एक अन्य मामले में टीका लगवाने से इंकार करने वाला युवक स्वास्थ्यकर्मी को देखकर पेड़ पर चढ़ गया।

झारखंड में मामले बढ़े

वहीं झारखंड की बात करें तो यहां कोरोना वायरस संक्रमण के 2,617 नए मामले सामने आये हैं तथा 12 और लोगों की मौत हो गयी है। लेकिन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि कोरोना की स्थिति राज्य में नियंत्रण में है। झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार रात्रि जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में पिछले चौबीस घंटों में संक्रमण के 2,617 नए मामले सामने आए, जिनमें से 809 अकेले रांची में और 525 जमशेदपुर में सामने आये। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बोकारो एवं धनबाद में 135-135 मामले सामने आए। मंत्रालय ने बताया कि कि राज्य में पिछले चौबीस घंटों में 3,769 लोग संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। राज्य में बुधवार को संक्रमण से 12 लोगों की मौत हुई। राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 5,225 हो गयी है।

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