कर्ज में डूबा कंगाल पाकिस्तान तालिबानी सरकार को 5 अरब की देगा आर्थिक सहायता
कर्ज में डूबा कंगाल पाकिस्तान तालिबानी सरकार को 5 अरब की देगा आर्थिक सहायता

तालिबान के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के साथ वार्ता करने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख फैज हमीद बृहस्पतिवार को काबुल पहुंचे है।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के वापस जाने के बाद जब तालिबान का सिर उठा तो सबसे ज्यादा जश्न पाकिस्तान ने मनाया। भले ही पाकिस्तान ने उसका खुलकर समर्थन नहीं किया लेकिन देश की तरफ से जारी बयानों से साफ हो रहा था कि मानों पाकिस्तान को उसका सदियों बिछड़ा यार मिल गया हो। चीन और पाकिस्तान ने मिलकर तालिबान का समर्थन किया। अब अफगानिस्तान में तालिबानी हूकूमत है जिसके जुल्मों की गवाही समय-समय पर सामने आ रही है। खैर आज आपकों तालिबान के जुल्मों की दास्तान नहीं, बल्कि तालिबान के सामने आये आर्थिक संकट के बारे में बताएंगे। आफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को आर्थिक संकट से उबारने के लिए पाकिस्तान जो खुद कर्ज में डूबा हुआ है, मदद कर रहा है। पाकिस्तान की तरफ से ऐलान किया गया है कि वो अफगानिस्तान को 5 अरब रुपये की मानवीय सहायता देगा। मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ‘अगर उन्हें अस्पतालों में दवाओं की जरूरत है या उनकी प्राथमिकता कुछ और है, तो वे हमें बताएंगे और हम उन्हें मानवीय सहायता देने के लिए तैयार रहेंगे।’
अफगानिस्तान को 5 अरब की सहायता देगा पाकिस्तान
आफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को आर्थिक संकट से उबारने के लिए पाकिस्तान 5 अरब रुपये की मानवीय सहायता देगा। तालिबान के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के साथ वार्ता करने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख फैज हमीद बृहस्पतिवार को काबुल पहुंचे है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के मुताबिक, एक दिवसीय यात्रा के दौरान पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अफगानिस्तान के कार्यकारी विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के साथ वार्ता की। साथ ही प्रतिनिधिमंडल काबुल की अंतरिम सरकार के नेतृत्व और अन्य अफगान नेताओं से मुलाकात भी हुई है। मुत्तकी ने काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। विदेश कार्यालय ने कहा, वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के बीच व्यापक द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हो रही है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के मुद्दों पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण को भी साझा किया गया है। यह यात्रा मॉस्को में हाल में हुई चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और रूस के अधिकारियों की बैठक के बाद हुई है। इसके अलावा, इस यात्रा को तेहरान में अगले सप्ताह होने वाली अफगानिस्तान और रूस के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले अहम माना जा रहा है।