इस डाइट को करें फॉलो तो कम हो सकता है Covid 19 का खतरा, रिसर्च में सामने आई जानकारी
इस डाइट को करें फॉलो तो कम हो सकता है Covid 19 का खतरा, रिसर्च में सामने आई जानकारी

कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर से देश में पैर फैलाने लगा है। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बीते वर्ष दिसंबर के महीने में एक बार फिर से बढ़ने लगे थे, जिसे देखते हुए इसके फिर फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है। वहीं देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण का जोखिम अभी भी अधिक है।
इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना संक्रमण को लेकर नई चेतावनी भी दी है। खासतौर से कोरोना वायरस संक्रमण के नए सबवेरिएंट जेएन.1 को लेकर चेतावनी जारी गई है। जानकारी के मुताबिक जेएन.1 वैरिएंट जो मूल रूप से बीए.2.86 ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही प्रकार है, इसके कारण दिसंबर के महीने में 10,000 मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाल ही में शोधकर्ताओं ने उभरते वेरिएंट को समझने और मानव शरीर खुद को वायरस से कैसे सुरक्षित रख सकते हैं इस दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है। इसी कड़ी में एक नया अध्ययन सामने आया है, जिसमें पौधे आधारित डाइट के संबंध में चर्चा की गई है।
इस शोध को ब्राजील स्थित यूनिवर्सिडेड डी साओ पाउलो के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। इसमें सामने आया है कि बड़े पैमाने पर पौधे-आधारित या शाकाहारी भोजन का पालन करने वाले लोगों में कोविड 19 से संक्रमित होने की संभावना 39 प्रतिशत कम है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल न्यूट्रिशन प्रिवेंशन एंड हेल्थ” में इस अध्ययन को प्रकाशित किया गया है, जिसमें सामने आया कि जो लोग सप्ताह में तीन बार से अधिक मांस का सेवन करते हैं, उनमें पौधे-आधारित या शाकाहारी भोजन पर निर्भर लोगों की तुलना में कोविड 19 संक्रमण अधिक देखने को मिला है।
पौधा आधारित डाइट ऐसे कम करती है कोविड का खतरा
रिसर्च के मुताबिक ये पता चला है कि सब्जियों, फलियां और नट्स युक्त डाइट, डेयरी और मांस के कम सेवन की डाइट से कोरोना वायरस संक्रमण को दूर करने में अधिक मदद मिल सकती है। पौधे-आधारित आहार पैटर्न एंटीऑक्सिडेंट, फाइटोस्टेरॉल और पॉलीफेनोल्स से भरपूर होते हैं, जो प्रतिरक्षा समारोह में शामिल कई प्रकार की कोशिकाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं और प्रत्यक्ष एंटीवायरल गुण प्रदर्शित करते हैं। इस रिसर्च में 700 से अधिक वयस्कों – 424 सर्वाहारी और 278 लोगों को शामिल किया गया, जिनका आहार मुख्य रूप से पौधे-आधारित है, जिसमें सब्जियां, फलियां और नट्स शामिल हैं। इनकी डाइट में डेयरी या मांस युक्त आहार शामिल नहीं था।
इस रिसर्च में हिस्सा लेने वाले लोगों के सामान्य खाने के पैटर्न और आहार के साथ-साथ जीवनशैली और चिकित्सा इतिहास और कोविड के खिलाफ टीकाकरण के बारे में विवरण के लिए प्रश्नावली के माध्यम से सर्वेक्षण किया गया था। रिसर्च के मुताबिक कुल मिलाकर 47 प्रतिशत या 330 लोगों ने बताया कि उनमें कोविड का निदान या कोई घटना हुई थी। शोधकर्ताओं ने कहा कि इनमें से 32 प्रतिशत (224) में हल्के और 15 प्रतिशत (106) में मध्यम से गंभीर लक्षण थे। रिसर्च में ये भी सामने आया कि सर्वाहारी लोगों में वनस्पति-आधारित आहार लेने वालों की तुलना में कोविड की काफी अधिक घटनाएँ दर्ज की गईं – 52 प्रतिशत बनाम 40 प्रतिशत।
शोधकर्ताओं ने आगे कहा कि सर्वाहारी जीवों ने अधिक चिकित्सीय स्थितियों और शारीरिक गतिविधि की कम दरों के साथ-साथ अधिक वजन और मोटापे की स्थितियों का भी उच्च प्रसार दिखाया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक ये सभी कोविड से संक्रमित होने के उच्च जोखिम से जुड़े कारक थे।