अरूणाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने एपीपीएससी के सदस्यों को हटाने की सिफारिश की
अरूणाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने एपीपीएससी के सदस्यों को हटाने की सिफारिश की

ईटानगर। अरूणाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने सहायक अभियंता पदों की भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र के लीक होने की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच के लिए अरूणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के सभी चारों सदस्यों को हटाने का बृहस्पतिवार को निर्णय लिया। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंत्रिमंडल ने आयोग के चारों सदस्यों को हटाने एवं निलंबित करने के लिए अनुच्छेद 317 के प्रावधान को लागू करने की सिफारिश की। ट्विटर पर खांडू ने कहा, ‘‘ सीबीआई (टीम) पहले ही ईटानगर पहुंच चुकी है और वह प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। अब वह जांच के लिए इस मामले को शीघ्र अपने हाथों में लेने की प्रक्रिया में है।’’ एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘‘ एपीपीएससी के सदस्यों को हटाने के लिए अनुच्छेद 317 का इस्तेमाल करने की मंत्रिमंडल की सिफारिश माननीय राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) डॉ. बी डी मिश्रा को भेज चुका हूं।’’
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उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ अपने युवाओं एवं राज्य के व्यापक हित में एपीपीएससी की सफाई प्रक्रिया को तार्किक परिणति तक पहुंचाने के लिए हम कृत संकल्प है। हम अरूणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की गरिमा को बनाये रखने के लिए अडिग हैं।’’ पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में सीबीआई की एक टीम एपीपीएससी प्रश्नपत्र लीक प्रकरण की निगरानी के लिए मंगलवार को यहां पहुंची। यह मामला 29 अगस्त को तब सामने आया जब एपीपीएससी एई परीक्षा के एक उम्मीदवार से पुलिस को लिखित शिकायत मिली की कि उसे संदेह है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है। पहले पुलिस ने आयोग के सचिव सह परीक्षा उपनियंत्रक तकेत जेरांग को दस अन्य के साथ गिरफ्तार किया था। जेरांग ने कथित रूप से पेपर लीक किया था। आयोग ने जेरांग को सेवानिवृति दे दी है। आयोग के अध्यक्ष नीपो नबाम ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 14 अक्टूबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।