*मुजफ्फरनगर में भी किडनी और न्यूरो के मरीजों को मिलेगा मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के डॉक्टरों का उच्चतम दर्जे का परामर्श*
*मुजफ्फरनगर में भी किडनी और न्यूरो के मरीजों को मिलेगा मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के डॉक्टरों का उच्चतम दर्जे का परामर्श*

उत्तर भारत और दिल्ली एनसीआर के प्रतिष्ठित अस्पतालों में अपनी विशेष पहचान रखने वाले मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज नई दिल्ली द्वारा मुजफ्फरनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें डॉक्टर्स ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा मुजफ्फरनगर में भी ओपीडी सेवा शुरू की गई है जिसमें प्रतिष्ठित डॉक्टर्स द्वारा किडनी और न्यूरो से जुड़े मरीजों को देखा जाएगा
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में नेफ्रोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर टॉक्टर वरुण वर्मा और न्यूरो के कंसल्टेंट डॉक्टर अमित गर्ग इस ओपीडी सेवा में मरीजों को देखने भोपा रोड स्थित ईवान हॉस्पिटल में महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक , जबकि न्यूरो सर्जरी की ओपीडी महीने के चौथे शुक्रवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगी ये ओपीडी शुरू होने के बाद अब मरीज परामर्श लेने और रूटीन फॉलो-अप के लिए रेगुलर अपॉइंटमेंट से सकेंगे.
ओपीडी लॉन्च के मौके पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में नेफ्रोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर वरुण वर्मा ने कहा, “पिछले एक दशक में क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित मरीजों की तेजी से बढ़ती जा रही है. एक अनुमान के हिसाब से, भारत में करीब 10 फीसदी एडल्ट आबादी किडनी से जुड़ी किसी न किसी तरह की बीमारी से ग्रसित है. डायबिटीज और हाइपरटेंशन के साथ मिलकर किडनी से जुड़ी बीमारियों का ये प्रतिशत 60 फीसदी तक पहुंच जाता है जो कि चिंता का विषय है. इस तरह की समस्याओं का पता लगाने के लिए रेगुलर हेल्थ चेक अप शुरूआती दौर में ही करा लेने चाहिए ये बेहद जरूरी है, जिससे सजग होकर परेशानी से बचा जा सकता है “और इससे भविष्य में पड़ने वाला आर्थिक बोझ भी कम होगा.
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में न्यूरो सर्जरी के कंसल्टेंट डॉक्टर अमित कुमार गर्ग ने इस मौके पर कहा, “न्यूरो साइंस के क्षेत्र में बहुत एडवांसमेंट हो रहे हैं जिनकी मदद से न्यूरो से जुड़े जटिल से जटिल मामलों का इलाज भी पूरी तरह से बदल गया है. एडवांस माइक्रोस्कोप, न्यूरो एंडोस्कोपी, न्यूरो नेविगेशन (कम्प्यूटर एडेड सर्जरी), डेडिकेटेड न्यूरो टीम के साथ इंट्रा- ऑपरेटिव न्यूरो मॉनिटरिंग और न्यूरो आईसीयू केयर ने न्यूरो और स्पाइन की सर्जरी को बहुत ही सुरक्षित बना दिया है और इनसे सर्जन को अच्छे रिजल्ट पाने में बहुत मदद मिली है, कुछ मामलों में फिजियोथेरेपी कराने के माध्यम से ही समस्या को खत्म किया जा सकता है
आज के दौर में ओपन सर्जरी की तुलना में इस प्रक्रिया के मरीज की रिकवरी जल्दी होती है. मरीज को कम वक्त अस्पताल में रहना पड़ता है और वो जल्दी ही नॉर्मल लाइफ में लौटने लगते हैं, ब्लड प्रेशर को नियंत्रण रखना और अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार रखते हुए काफी हद तक बीमारियों से दूर रह जा सकता है