कृषि ज्योति परियोजना से बदल रही है अलवर के गांवों और स्कूल की तस्वीर
कृषि ज्योति परियोजना से बदल रही है अलवर के गांवों और स्कूल की तस्वीर

आज भी 21वी सदी के भारत में ऐसे कई गांव है जहां स्कूलों में शिक्षा की दशा व दिशा सुधारने और उनमें गुणवत्ता बढ़ाने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए मोजेक इंडिया और एस एम सहगल फाउंडेशन साल 2008 से “कृषि ज्योति परियोजना” के तहत कृषि विकास, जल संरक्षण व स्कूल नवीनीकरण का कार्य कर रहा है। यह परियोजना हरियाणा के नूंह, राजस्थान के अलवर और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के 155 गांवों में 14 वर्षोँ से कार्यरत है और आगे आने वाले सालों में भी यह परियोजना ग्रामीणों के जीवन में रोशनी फैलाती रहेगी।
इसे भी पढ़ें: BJP-RSS ने देश में नफरत फैलाई, राहुल बोले- कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा नफरत के खिलाफ
“कृषि ज्योति परियोजना” से राजस्थान के जिला अलवर के गाँव सबलपुरा और रतनपुरा की तस्वीर बदलनी शुरू हो गयी है। इस परियोजना के तहत मोजेक इंडिया और एस एम सहगल फाउंडेशन ने अलवर के बानसुर ब्लॉक के गाँव रतनपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल का नवीनीकरण किया। स्कूल नवीनीकरण परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने पर आज स्कूल प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें स्कूली अध्यापकों और बच्चों के अलावा बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक तथा पंचायत, स्कूल प्रबंधन समिति और ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने हिस्सा लिया और स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं और नवीनीकरण पर प्रसन्नता प्रकट की तथा स्थानीय समुदाय ने सहगल फाउंडेशन और मोजेक इंडिया के प्रतिनिधियों का तहेदिल से स्वागत किया। नवीनीकरण समारोह में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं को देखकर मोज़ेक इंडिया फाउंडेशन के कंट्री हेड और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री रोबिन एडविन ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि “बच्चों की शिक्षा के प्रति महिलाओं की उत्सुकता और भागीदारी इस बात का संकेत है कि ग्रामीण महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति काफी जागरूक हैं और बच्चों की शिक्षा के प्रति अधिक सचेत हैं।‘’
इसे भी पढ़ें: विश्व साक्षरता दिवसः भारत की प्रगति में बाधक है निरक्षरता
सहगल फाउंडेशन के ट्रस्टी श्री जय सहगल कि “कृषि ज्योति परियोजना में सहभागी बनने के लिए मोजेक इंडिया और गाँव के लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि परियोजना के तहत किये गए कार्य समुदाय की ज़रूरतें पूरा करेगा”। इस मौके पर कार्यक्रम में मोजेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री बेन प्रैट और कंट्री अग्रोनोमिस्ट शशिकान्त भेंडे भी शामिल हुए। इस स्कूल नवीनीकरण कार्यक्रम में सहगल फाउंडेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी व ट्रस्टी अंजली मखीजा ने कहा कि “हमारा उदेशय ग्रामीण भारत के स्कूलों में सकरात्मक परिवर्तन करना ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए बेहतर और सुरक्षित सीखने का माहौल मिल सके। ”
परियोजना के अंतर्गत स्कूल में कई सुधार किए गये है जिसमें स्कूल में लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था, कमरों व रसोई घर की मरम्मत और पीने के पानी की सुविधा शामिल है। साथ ही जमीन को समतल करना, फुटपाथ, वृक्षारोपण और परिसर का सौंदर्यीकरण, स्कूल की इमारत की सफेदी, दीवारों पर शैक्षिक संदेश के बहुत सारे नारे बच्चों को प्रोत्साहित करने के लियें स्कूल के परिसर में लिखे गए है। स्कूल नवीनीकरण से स्कूल में सुरक्षित एवं समुचित माहौल को देखकर गाँव में एक नयी उमंग एवं उत्साह देखने को मिला है और स्कूल प्रशासन भी यह आशा रखता है कि अधिक से अधिक बच्चे नामांकित होंगें व शिक्षा का लाभ उठाएँगें।
इसी के साथ मोजेक इंडिया और सहगल फाउंडेशन के साझा प्रयास से बानसुर ब्लॉक के गाँव सबलपुरा में साल 2020-21 में चेक डैम का निर्माण किया गया जिसे आज समुदाय को हस्तांतरण किया गया है। परियोजना के तहत बना यह स्ट्रक्चर लगातार लोगों को फायदा देते रहें इसके लिए ग्राम विकास समिति का गठन किया गया है तथा उनकी क्षमता वृधि की गई है ताकि चेक डैम का रखरखाव किया जा सकें। ग्राम विकास समिति में महिलाओं की भी भागेदारी है। समिति के सदस्यों के साथ -साथ ग्रामीणों को भी सरंचना के रखरखाव और इनके प्रयोग की जानकारी ट्रेनिंग के ज़रिये दी गयी है।