Evening News Brief: बिहार और झारखंड दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी, गुजरात एटीएस ने पकड़ी करोड़ों की हेरोइन
Evening News Brief: बिहार और झारखंड दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी, गुजरात एटीएस ने पकड़ी करोड़ों की हेरोइन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा भवन की शताब्दी के अवसर पर इसके परिसर में बनाए गए स्मृति स्तंभ का अनावरण किया। इसके अलावा गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह के पास एक कंटेनर से करीब 70 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है, जिसकी कीमत 350 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अनुकंपा नियुक्तियों के लिए संशोधित नीति अपनाई
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने नौकरी के दौरान जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिजन तथा चिकित्सकीय आधार पर सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए एक संशोधित नीति को अंगीकार किया है। इस नीति से केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले सभी कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। इनमें केन्द्रीय अर्ध सैनिक बलों के जवान भी शामिल हैं, जिनकी आतंकवादी हमलों, झड़पों आदि में जान चली जाती है। गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘‘अनुकंपा नियुक्ति योजना का मकसद सरकारी कर्मचारी के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति देना है, जिनकी नौकरी के दौरान मृत्यु हो गयी है या जिन्होंने चिकित्सकीय आधार पर सेवानिवृत्ति ली है और जिससे उनके परिवार अभाव में आ जाते हैं और जिनके पास अजीविका का कोई साधन नहीं रह जाता।’’ इसमें कहा गया कि, ‘‘इसका मकसद संबंधित सरकारी कर्मचारी के परिवार को आर्थिक विपत्ति से बाहर निकालना है…।’’ एक अधिकारी ने कहा कि नये दिशानिर्देश अधिक पारदर्शिता लाएंगे और अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया को उद्देश्यपरक बनाएंगे। दिशानिर्देशों में कहा गया, ‘‘अनुकंपा नियुक्ति के लिए योजना का प्रमुख पहलू है पारदर्शिता और उद्देश्य। परिवार की आर्थिक स्थिति का संपूर्ण आकलन किया जाना चाहिए और इसमें कमाने वाले सदस्य अथवा सदस्यों, परिवार का आकार, बच्चों की उम्र और परिवार की आर्थिक जरूरतों के बारे में भी गौर किया जाना चाहिए।’’ ‘वेलफेयर अधिकारी’ मृत सरकारी कर्मचारी के आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दिलाने में मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा भवन की शताब्दी के अवसर पर इसके परिसर में बनाए गए स्मृति स्तंभ का अनावरण किया। इस स्मृति स्तंभ का निर्माण करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह स्तंभ ऐतिहासिक स्थल के वास्तुशिल्प को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया गया है। 40 फुट की इस संरचना का निर्माण बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने किया है। स्तंभ के शीर्ष पर बिहार का प्रतीक बोधि वृक्ष है, जिसे कांस्य से बनाया गया है। स्तंभ की आधारशिला पिछले साल 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रखी थी। राष्ट्रपति ने बोधिवृक्ष का एक पौधा भी लगाया था, जो अब स्तंभ के सामने है। प्रधानमंत्री ने एक बगीचे का नामकरण आधिकारिक तौर पर ‘शताब्दी स्मृति उद्यान’ के तौर किया। शताब्दी स्तंभ के पास स्थित इस उद्यान में 100 औषधीय पौधे लगाए गए हैं। स्मारक उद्यान में प्रधानमंत्री मोदी ने कल्पतरु का पौधा लगाया। राज्य विधानसभा की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रधानमंत्री ने एक पुस्तक का विमोचन भी किया तथा विधानसभा संग्रहालय और एक अतिथि गृह की आधारशिला भी रखी। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी झारखंड के देवघर से पटना पहुंचे थे। देवघर में प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के अलावा करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाएं दीं, रोड शो किया, बाबा बैद्यनाथ धाम में दर्शन पूजन किया और एक जनसभा को संबोधित किया।